.. तो इनके कहने पर हुई थी श्रीदेवी की राजकीय सम्मान से विदाई
डिजिटल डेस्क, मुंबई । चांदनी के नाम से मशहूर रहीं एक्ट्रेस श्रीदेवी को गुजरे हुए 1 महीने से ज्यादा वक्त हो गया है। उन्हें 28 फरवरी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ इस दुनिया से विदा किया गया था, लेकिन यहां श्रीदेवी के निधन के बाद भी उनके फ्यूनरल को लेकर विवाद थमा नहीं है। दरअसल, कुछ लोगों ने इस बात से आपत्ति जताई थी कि आखिर क्यों श्रीदेवी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ हुआ। इतना ही नहीं इस मामले में एक RTI भी दायर की गई थी और पूछा गया था कि आखिर श्रीदेवी को राजकीय सम्मान के साथ विदाई क्यों दी गई? अब RTI के जवाब से इस बात का खुलासा हो गया है।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यालय के निर्देश पर बॉलीवुड की अदाकारा श्रीदेवी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया था।
अनिल गलगली ने दाखिल की थी आरटीआई
ये RTI अनिल गलगली ने लगाई थी। इसका जवाब मिलते ही अनिल ने कहा, "अटकलें थीं कि श्रीदेवी को मौत के बाद राजकीय सम्मान इसलिए दिया गया था क्योंकि वो पद्म पुरस्कार विजेता थीं, लेकिन ऐसा नहीं है। सभी पद्म प्राप्तकर्ताओं को राजकीय सम्मान नहीं मिलता। मुख्यमंत्री ये तय करता है कि राजकीय सम्मान किसे दिया जाएगा।" गलगली को मिले जवाब में लिखा है, "श्रीदेवी को राजकीय सम्मान देने का ऑर्डर 25 फरवरी को सीएम ऑफिस की तरफ से दिया गया। इसके बाद 26 फरवरी को मुंबई उपनगरीय जिला अधिकारी और मुंबई पुलिस कमिश्नर सरकारी ऑर्डर दिया गया।"
राज ठाकरे ने भी उठाए थे राजकीय सम्मान पर सवाल
RTI से खुलासा हुआ है कि 22 जून, 2012 से लेकर 26 मार्च, 2018 तक कुल 40 लोगों को राजकीय सम्मान दिया गया। इस राजकीय सम्मान पर राज ठाकरे समेत कई लोगों ने सवाल खड़े किए थे। राज ठाकरे ने कहा था कि, "श्रीदेवी की मौत शराब पीने के कारण हुई और ऐसे में उन्हें राजकीय सम्मान देना, तिरंगे का अपमान है।"
बाथ टब में डूबने से हुई थी श्रीदेवी की मौत
बता दें एक्ट्रेस श्रीदेवी का 24 फरवरी को दुबई के एक होटल के बाथटब में गिरने से मौत हो गई थी। फॉरेंसिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि श्रीदेवी बेहोश होकर बाथटब में गिर गईं थीं, जिसके कारण डूबने से उनकी मौत हो गई। 28 फरवरी को मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई थी।
Created On :   31 March 2018 1:51 PM IST