#TomAlter : हिंदी फिल्मों का 'अंग्रेजी' हीरो चला गया

Famous actor and writer Tom Alter passed away at the age of 67
#TomAlter : हिंदी फिल्मों का 'अंग्रेजी' हीरो चला गया
#TomAlter : हिंदी फिल्मों का 'अंग्रेजी' हीरो चला गया

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित अभिनेता टॉम आल्टर का 67 साल की उम्र में निधन हो गया। टॉम ने शनिवार तड़के 4 बजे आखिरी सांस ली। गौरतलब है कि टॉम लंबे समय से स्किन कैंसर से जूझ रहे थे, वो हिंदी सिनेमा के मशहूर कलाकार थे। वो फिल्म, टेलीविजन, थिएटर एक्टर होने के साथ-साथ निर्देशक और लेखक भी थे। 
टॉम कैंसर की लास्ट स्टेज पर थे और मुंबई के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। खराब हालत के चलते वो अपनी शॉर्ट फिल्म "द ब्लैक कैट" की स्पेशल स्क्रीनिंग के लिए मसूरी भी नहीं पहुंच सके थे।

 

टॉम ऑल्टर के परिवार ने एक बयान में कहा, "दुख के साथ हम अभिनेता, लेखक, निदेशक, पद्मश्री टॉम ऑल्टर के निधन की घोषणा करते हैं। टॉम शुक्रवार रात में अपने परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में दुनिया से विदा हो गए। हमारा आग्रह है कि इस समय हमारी प्राइवेसी का सम्मान किया जाए।" उनके परिवार में उनकी पत्नी कैरल, बेटा जेमी और बेटी अफशां हैं।

कुछ खास बातें...

टॉम बेहतरीन उर्दू बोलने के अलावा और उर्दू शायरी किया करते थे। टॉम का जन्म सन 1950 मसूरी में हुआ था। वो भारत में तीसरी पीढ़ी के अमेरिकी थे। उन्होंने वूडस्टॉक स्कूल में पढ़ाई की और इसके बाद थोयेल यूनिवर्सिटी में पढ़े। सन 1972 में उन्होंने पुणे के प्रतिष्ठित फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट में एडमिशन लिया। टॉम ऑल्टर ने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे से साल 1974 में गोल्ड मेडल डिप्लोमा ग्रेजुएट किया था। 

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अस्सी और नब्बे के दशक में उन्होंने स्पोर्ट्स जर्नालिज्म भी किया। टॉम पहले पत्रकार थे जिन्होंने सचिन तेंदुलकर का इंटरव्यू लिया था। तब सचिन को कोई ठीक से जानता भी नहीं था।

 

 

टॉम ने 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया है। टॉम ने तीन किताबें लिखी, जिनमें से एक नॉन-फिक्शन और दो फिक्शन हैं। कला और फिल्म जगत में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए साल 2008 में उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।। 

टॉम एक अच्छे इंसान के तोर पर भी इंडस्ट्री में भी जाने जाते थे। टॉम ने एक इंटरव्यू में कहा था, "मैंने राजेश खन्ना के साथ एक्टिंग की, सुनील गावस्कर के साथ क्रिकेट खेला, शर्मिला टैगोर के साथ अभिनय किया, पटौदी साहब, मिल्खा सिंह से मिला, दिलीप कुमार, देव आनंद, राजकपूर के साथ काम करने का मुझे मौका मिला। ये जो जवानी के सारे सपने थे, वो पूरे हुए।"

फिल्में जिनमें अभिनय का दिखा जादू

टॉम ऑल्टर की पहली फिल्म रामानंद सागर की चरस थी, जो 1967 में रिलीज हुई थी, इस फिल्म में टॉम ने एक सीआईडी ऑफिसर की भूमिका निभाई थी। इसके अलावा उन्होंने 1977 में सत्यजीत रे की फिल्म शतरंज के खिलाड़ी, 1979 में श्याम बेनेगल की फिल्म जुनून, मनोज कुमार की फिल्म क्रांति, राज कपूर क फिल्म राम तेरी गंगा मैली हो गई में अहम किरदार निभाए, जिसके लिए वो आज भी याद किए जाते हैं।

Created On :   30 Sept 2017 8:15 AM IST

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