"श्रीदेवी की मौत की खबर सुन मेरा दिल बैठ गया": जितेंद्र

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस श्रीदेवी के निधन से पूरी फिल्म जगत और उनके फैंस शोक में डूबे हैं। बता दें कि आज से 35 साल पहले फिल्म हिम्मतवाला भी रिलीज हुई थी। जिसमें जितेंद्र के साथ आईं श्रीदेवी ने अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया था। फिल्म का गाना गाना नैनों में सपना आज भी लोगों की जुबान पर रहता है। उनके साथ स्क्रीन शेयर कर चुके कलाकार श्रीदेवी को याद कर रहे हैं। श्रीदेवी के साथ कई सुपरहिट फिल्में देने वाले जितेंद्र भी उनकी मौत से काफी दुखी हैं।
जितेंद्र ने बताई श्रीदेवी से मिलने की कहानी
जितेंद्र ने एक इंटरव्यू में बताया कि श्रीदेवी से पहली मुलाकात से लेकर उनके साथ की सुपरहिट फिल्मों की याद अभी भी उनके मन में ताजा है। जितेंद्र ने कहा कि," मैं पहली बार श्रीदेवी की तमिल फिल्म के 100 दिन पूरे होने पर उनसे मिला था। उस दिन मैं श्रीदेवी के पास गया और उन्हें इस फिल्म की कामयाबी की बधाई दी। उस वक्त मुझे ये अंदाज नहीं था कि आने वाले कुछ महीनों में मैं उनके साथ कोई फिल्म करूंगा।" जितेंद्र ने इंटरव्यू में बताया कि, "दीदार-ए-यार फिल्म (1982) के बाद मैं करियर के बुरे दौर से गुजर रहा था। इस फिल्म के फ्लॉप होने से बतौर एक्टर और प्रोड्यूसर मैं जमीन पर आ गया था। वहीं श्रीदेवी ने भी अपनी पहली फिल्म सोलहवां साल(1979) के जरिए मायानगरी में एंट्री कर ली थी।
हिम्मतवाला से हिट हुई श्रीदेवी
डायरेक्टर राघवेंद्र राव की फिल्म "हिम्मतवाला" मेरे और श्रीदेवी के करियर में टर्निंग प्वाइंट साबित हुई। इस फिल्म के जरिए मेरी और श्रीदेवी की जिंदगी बदल गई।"जितेंद्र ने बताया कि, "ये कम ही लोगों को मालूम है कि, हिम्मतवाला फिल्म के लिए पहली पसंद श्रीदेवी नहीं बल्कि रेखा थी। ये फिल्म उस साल की सबसे बड़ी हिट साबित हुई। इसने कमाई के रिकॉर्ड तोड़ दिए और इस फिल्म से मायानगरी में श्रीदेवी ने अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी। मगर जिस "हिम्मतवाला" से उन्हें स्टारडम मिला था, रविवार को उसी फिल्म के रिलीज होने का 35वां साल था। जिससे एक दिन पहले बॉलीवुड की "चांदनी" दुनिया का छोड़ कर चली गई। जितेंद्र ने कहा ये खबर सुनते ही मेरा दिल बैठ गया।
जितेंद्र बोले उनके साथ डांस करने में डरता था
जितेंद्र के मुताबिक,” श्रीदेवी मेरी सबसे करीबी को-स्टार थी। हमने 15 फिल्मों में काम किया। बतौर कलाकार श्रीदेवी शानदार थीं। काम के प्रति उनका समर्पण जबरदस्त था, एक सीन को लेकर वो तब तक रिहर्सल करती थीं, जब तक वो खुद संतुष्ट नहीं हो जाती थीं।" जितेंद्र ने इंटरव्यू में बताया कि, उनके साथ डांस करने की बात सोचकर ही मेरी हाथ-पैर फूल जाते थे। वो बेहतरीन डांसर थीं। ऐसे में उनके साथ तालमेल बैठाने के लिए मुझे घंटों रिहर्सल करना पड़ती थी। श्रीदेवी से मेरी इतनी यादें जुड़ी हैं कि मेरे लिए ये विश्वास करना मुश्किल हो रहा है कि, जिसने अपनी मुस्कान और शरारती आंखों से लाखों दिलों पर राज किया, वो एक झटके में सब कुछ छोड़कर चली गईं।
Created On :   26 Feb 2018 2:53 PM IST