- अहमदाबाद और सूरत मेट्रो प्रोजेक्ट के भूमि पूजन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल होंगे पीएम मोदी
- कोरोना गाइडलाइंस के साथ दिल्ली में 10 महीने बाद खुले स्कूल, खुश नजर आए बच्चे
- यूपी में आज बीजेपी के 10 उम्मीदवार एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करेंगे
- बंगालः बीजेपी नेता शुभेंद्र अधिकारी आज दोपहर 3 बजे कोलकाता में करेंगे रोड शो
- दिल्ली: 26 जनवरी को निकलने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली के खिलाफ SC में आज होगी सुनवाई
कमाई में दबंग सलमान से आगे निकले खिलाड़ी अक्षय, फोर्ब्स के टॉप 10 में दोनों के नाम
डिजिटल डेस्क, मुंबई । बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार और सलमान खान दुनिया में सबसे ज्यादा सालाना कमाई करने वाले अभिनेताओं में शुमार हो गए हैं। फोर्ब्स की दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले एक्टर्स की लिस्ट में टॉप 10 में अक्षय कुमार और दबंग सलमान खान ने अपने नाम दर्ज किए। दरअसल दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित मैग्जीन्स में से एक फोर्ब्स की जारी साल 2018 की इस लिस्ट में टॉप 10 में अक्षय कुमार सातवें और सलमान खान नौवें नंबर पर हैं। 'गोल्ड' स्टार अक्षय कुमार ने 40.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 283 करोड़ रुपये की कमाई के साथ लिस्ट में 7वां स्थान हासिल किया है, जबकि सलमान खान 38.5 मिलियन अममेरिकी डॉलर यानी 269 करोड़ रुपये की कमाई के साथ नौवें स्थान पर हैं।
फोर्ब्स ने दुनिया के सबसे महंगे अभिनेताओं की लिस्ट जारी की है। चौंकाने वाली बात ये है कि बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान का नाम अक्सर लिस्ट में शुमार होता है, लेकिन इस लिस्ट में बॉलीवुड के किंग खान का नाम नहीं है। शाहरुख खान का इस बार दुनिया के 100 सबसे महंगे सितारों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं। साल 2017 में शाहरुख को फोर्ब्स की लिस्ट में 65वें नंबर रहे थे।
इस लिस्ट में हॉलीवुड के सुपरस्टार जॉर्ज क्लूनी टॉप पर हैं। टॉप 10 की इन अभिनेताओं के नाम शामिल है, जो इस प्रकार है-
कमाई के मामले में सलमान और अक्षय दोनों ही स्टार्स एक दूसरे को कड़ी टक्कर देते हैं। 'फोर्ब्स' मैग्जीन की इस लिस्ट के मुताबिक सलमान खान और अक्षय कुमार की कमाई में काफी अतंर है, जो कि साल 2017 के मुताबिक काफी अधिक है। इससे पहले साल 2017 के आंकड़ों के मुताबिक दंबग खान की सालाना कमाई करीब 37 मिलियन डॉलर थी, जबकि अक्षय कुमार की सालाना कमाई 35.5 मिलियन डॉलर। बता दें कि हाल ही में दुनिया के 100 सबसे ज्यादा पैसे लेने वाले एन्टर्टेनर्स की एक लिस्ट जारी की गई थी। इस लिस्ट में भी अक्षय कुमार और सलमान खान ने अपनी जगह बनाई थी। जिसमें अक्षय 76वें पोजिशन पर थे और सलमान 82वें नंबर पर रहे।
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।