महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री का आरोप, सुशांत, दिशा की हत्या हुई
मुंबई, 4 अगस्त (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राज्यसभा सदस्य नारायण राणे ने मंगलवार को यहां सनसनीखेज बयान में कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की हत्या हुई है।
उन्होंने यह भी कहा कि दोनों की मौत के पहले हुई पार्टियों में शामिल लोगों के बारे में पुलिस को पता लगाना चाहिए।
राणे ने कहा कि मुंबई पुलिस एक सक्षम संगठन है और जांच को सही तरीके से किया जाना चाहिए, लेकिन इसके बजाय, वे सत्ता में बने हुए लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, आठ जून और 13 जून को हुई पार्टियों में कौन-कौन थे .. पुलिस को यह जरूर पता लगाना चाहिए।
राणे ने आगे आरोप लगाया कि आठ जून को दिशा सालियन के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर हत्या कर दी गई और बाद में 14 जून को सुशांत की भी हत्या कर दी गई।
उन्होंने दावा किया कि दोनों घटनाएं आपस में जुड़ी हुई हैं और कहा कि दिशा सालियन की दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने की बात शव परीक्षण रिपोर्ट में स्पष्ट हो गया होगा।
राणे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह पता लगाना बहुत मुश्किल नहीं है कि सुशांत सिंह राजपूत को धमकी भरे फोन कौन कर रहा था।
हालांकि, मुंबई पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने सोमवार को स्पष्ट रूप से कहा कि पुलिस के कब्जे में मौजूद सीसीटीवी फूटेज के अनुसार, 13 जून को दिवंगत अभिनेता के घर पर कोई पार्टी नहीं हुई थी।
आठ-नौ जून की रात, दिशा सालियन मलाड उपनगर में एक ऊंची बिल्डिंग से गिर गई थीं, जबकि सुशांत 14 जून को बांद्रा में अपने किराए के फ्लैट में मृत पाए गए थे और उन्होंने कथित तौर पर खुद को फांसी लगा ली।
राणे के अलावा, राज्य में भाजपा के कई नेता, जिनमें विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और बॉलीवुड हस्तियों का एक धड़ा शामिल है, सुशांत का मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी सरकार ने मांगों को अस्वीकार कर दिया है।
भाजपा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना के वरिष्ठ नेता और परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा कि पर्यटन मंत्री और मुख्यमंत्री के बेटे आदित्य ठाकरे का नाम किसी भी तरह से सुशांत की आत्महत्या या मामले की जांच से नहीं जुड़ा है।
परब ने कहा, यह उनकी छवि को धूमिल करने के लिए किया जा रहा है .. अगर किसी के पास इस बारे में कोई सबूत है, तो वह इसे साबित करने या मीडिया में उजागर करने के लिए स्वतंत्र है।
Created On :   4 Aug 2020 8:00 PM IST