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- Guneet Monga was not given a chance to speak at the Oscars, music played during the speech
ऑस्कर अवॉर्ड 2023: ऑस्कर अवॉर्ड में गुनीत मोंगा को नहीं दिया गया बोलने का मौका, स्पीच के वक्त बजा दिया गया म्यूजिक, बोलीं- इस बर्ताव से हूं निराश

डिजिटल डेस्क मुंबई। बीते दिनों 95वें अकैडेमी अवॉर्ड्स यानी ऑस्कर्स 2023 की अनाउंसमेंट हुई जिसमें भारत की फिल्म आरआरआर के गाने 'नाटू नाटू' गाने को बेस्ट ऑरिजनल सॉन्ग का अवॉर्ड मिला।वहीं प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा की शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' ने भी अवॉर्ड जीता। ये पूरे देश के लिए गर्व की बात हैं। ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ की प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा शुक्रवार को अपनी ट्रॉफी के साथ भारत वापस लौटीं हैं। वापस लौटकर गुनीत मोंगा ने अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान पूरी स्पीच देने का मौका ना मिलने पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि ये भारत के लिए एक बड़ा मौका था जो मुझ से छीन लिया गया।
प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा थी नाखुश
गुनीत मोंगा शुक्रवार को अपनी ट्रॉफी के साथ भारत वापस लौटीं हैं। जहां गुनीत मोंगा ने एयरपोर्ट पर कहा कि, ‘‘मैं पुरस्कार जीत कर बेहद खुश हूं। मुझे ऐसा लगता है कि यह एक आशीर्वाद है। 1.4 अरब लोगों के लिए भी यह खुशी का दिन है इसलिये यह सपने से कम नहीं।’’ मोंगा ने ऑस्कर अवॉर्ड को लेकर निराशा जताते हुए आगे कहा, ‘‘जब मेरे बोलने का मौका आया तो उसी समय संगीत बजा दिया गया, जिससे मुझे काफी हैरानी हुई। मैं स्टेज पर मौजूद थी, लेकिन मैंने वहां मौजूद लोगों से जोर से कहा कि यह किसी भारतीय प्रोडक्शन कंपनी के लिए भारत का पहला ऑस्कर है और फिर हर कोई ताली बजाने लगा। ये भारत का मोमेंट था जो मुझसे छीन लिया गया।’’
बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स'
भारतीय शॉर्ट फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' ने ऑस्कर अवॉर्ड में बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का खिताब जीतकर इतिहास रचा है। इस फिल्म के चलते भारत की झोली में पहला ऑस्कर अवॉर्ड शामिल हो गया। आपको बता दें कि इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म की डायरेक्टर कार्तिकी गोंसाल्विस हैं और इसकी प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा हैं। ये फिल्म एक कपल और उनके बेबी एलिफेंट के बीच की बॉन्डिंग को दर्शाता है। हाल ही में एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को देखकर इसकी जमकर तारीफ की।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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