Movie Review: जिंदगी जीने का नया अंदाज सिखाती 'करीब करीब सिंगल'

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Movie Review: जिंदगी जीने का नया अंदाज सिखाती 'करीब करीब सिंगल'
Movie Review: जिंदगी जीने का नया अंदाज सिखाती 'करीब करीब सिंगल'

फिल्म का नाम : करीब करीब सिंगल
निर्माता: शैलजा केजरीवाल, अजय जी राय, सुतापा सिकदर
डायरेक्टर : तनुजा चंद्रा
संगीत :  अनु मलिक, रोचक कोहली
कलाकार :  इरफान खान, पार्वती, बिर्जेन्द्र काला, ईशा श्रावणी
रेटिंग: 3.0 स्टार


कहानी

फिल्म "करीब करीब सिंगल" की कहानी आज के यूथ को टारगेट करती है। इस फिल्म में प्यार के कन्फ्यूजन, ट्रैवलिंग आदि का मसाला देखने को मिलता है। कहानी दो ऐसे किरदारों की कहानी है जो बढ़ती उम्र में भी सिंगल हैं और एक पार्टनर की तलाश में हैं। जयश्री (पार्वती) विधवा है और एक जीवन बीमा कंपनी में काम करती हैं। वहीं दूसरी तरफ योगी प्रजापति (इरफ़ान खान) एक फ्लॉप कवि हैं जिनकी किताबें अब नहीं बिक रही। आज के जमाने में लोग जैसे इंटरनेट पर सोशल साइट के जरिए मिलते हैं कुछ ऐसे ही जयश्री और योगी भी मिलते हैं। दोनों ही लोग कुछ नया करने की तलाश में लंबी छुट्टी पर निकलते हैं और एक-दूसरे से मिलते हैं, जर्नी करते करते ही दोनों कब नजदीक आ जाते हैं उन्हें पता नहीं चलता।

इस यात्रा के दौरान दोनों ऋषिकेष, बिकानेर और गैंगटोक की यात्रा करते हैं। यह उनकी जिंदगी में कई तरह के बदलाव आते है। इस यात्रा पर वह अपने अतीत के रिश्तों के बारे में बात करते हैं। इरफान ने एक ऐसे लड़के की भूमिका निभाई है जो जल्द से जल्द शादी कर लेना चाहता है, और पहले भी तीन बार जानलेवा इश्क में पड़ चुका है। कहानी में आगे क्या होता है इसे देखने के लिए आपको सिनेमाघरों को  रूख करना होगा।

निर्देशन और पटकथा

फिल्म "करीब करीब सिंगल" का निर्देशन तनुजा चंद्रा ने किया है। उनके निर्देशन की तारीफ करनी पड़ेगी। जिस तरह उन्होंने कॉमेडी कहानी को पर्दे पर दर्शाया है वह काबिले तारीफ है। फिल्म की कहानी भी अच्छी है, कॉमेडी वाले संवाद भी बेहतरीन है, फिल्म की सिनेमेटोग्राफी भी उम्दा है।

 

अभिनय और संगीत

अभिनय के मामले में इरफ़ान खान का वैसे तो कोई जवाब नहीं है। जितनी अच्छी वह सीरियस एक्टिंग कर लेते हैं, उतनी ही कॉमेडी और रोमांटिक स्टाइल एक्टिंग भी उन्होंने इस फिल्म में की है। वहीं पार्वती ने अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म होने के बाद भी बेहतरीन परफार्मेंस दिखाई है। उन्होंने पहली बार किसी हिन्दी फिल्म में काम किया है। हालांकि फिल्म में गाने ज्यादा नहीं हैं लेकिन फिर भी जितने गाने हैं ठीक हैं और उनकी सही टाइमिंग पर प्रेजेंस है।

क्यों देखें

फिल्म देखने की दो वजहें हो सकती  हैं, पहली तो ये कि आप इरफान खान के फैन हैं, और दूसरी यह कि इस हफ्ते आप कुछ नया देखना चाहते हैं। साफ सुथरी कॉमेडी से भरपूर फिल्म देखने के शौकीन है और वीकेंड अच्छा बनाना चाहते हैं तो फिल्म "करीब करीब सिंगल" जरूर देंखें। 
 

Created On :   10 Nov 2017 9:17 AM IST

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