‘जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल’ का आगाज, दिख रहा 'पद्मावत' विरोध का असर
डिजिटल डेस्क, जयपुर। साहित्य जगत का कुंभ कहे जाने वाले ‘जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल’ की आज से शुरुआत हो रही है। ‘जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल’ का 11वां संस्करण का आज से 29 जनवरी तक जयपुर के दिग्गी पैलेस होटल में चलेगा। इस महोत्सव में लगभग 35 देशों से 350 से भी अधिक लेखक, चिंतक, राजनेता, पत्रकार, सिनेमा और कला व संस्कृति जगत के लोग शामिल हो रहे हैं। जिसमें अधिकतर लोग नोबेल पुरस्कार, मैन बुकर, पुलित्जर पुरस्कार, पद्म विभूषण और साहित्य अकादमी जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित हैं।
ऐसे लोग जो 15 से अधिक भारतीय और 20 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं वह शामिल हैं। जयपुर के डिग्गी पैलेस में आयोजित होने वाले इस पांच दिवसीय फेस्टिवल में सम्मलित होने के लिए दुनिया भर से बुद्धिजीवियों का जयपुर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।
ये दिग्गज शामिल
फेस्टिवल में एडम निकोल्सन, एलेक्जेंद्र हैरिस, हामिद करजई, शशि थरूर, सुभाष चंद्रा, स्वप्न दासगुप्ता, शीला दीक्षित, ब्रह्मा चेलानी, सी राजा मोहन, गुरचरण दास, होमी भाभा, पी साईंनाथ, राजदीप सरदेसाई, ओम थानवी, अनंत पद्मनाभन, शोभा डे, टी.सी.ए. राघवन, वीर सांघवी, जाकिर हुसैन शर्मिला टैगोर, अनुराग कश्यप, विशाल भारद्वाज, जावेद अख्तर, शबाना आजमी, मीरा नायर,नंदिता दास, अशोक वाजपेयी, मृदुला गर्ग इत्यादि जैसे लोग शामिल होंगे। फेस्टिव्ल के दौरान अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई आ रहे है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करेंगी शुभारंभ
इस मौके पर देश और दुनिया के विभिन्न मुद्दों पर यहां जुटे बुद्धिजीवी अपनी राय रखेंगे और शब्दों के संसार की नयी परिभाषा से लोगों को अवगत कराएंगें। वहीं दूसरी और पद्मावत के विरोध का साया भी इस फेस्टिवल में दिख सकता है। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आगाज मीता पंडित के पीसफुल म्यूजिक के साथ हुआ। इस फेस्टिवल का आधिकारिक शुभारंभ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करेंगी। आज मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन भी प्रस्तुति देंगे। इस मौके पर जाकिर हुसैन अपनी किताब के बारे में भी जानकारी देंगे। जेएलएफ में इस वर्ष 180 से ज्यादा सेशन होंगे। जिनमें ट्रिपल तलाक, बोलने की आजादी, पद्मावत जैसे मुद्दे छाए रहने की पूर्ण संभावना है।
फेस्टिवल पर छाया पद्मावत विवाद का छाया
बता दें कि वैसे तो जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल और विवादों का पुराना नाता है। इस वर्ष भी जेएलएफ में पद्मावत विवाद के कारण कुछ अतिथियों पर संकट के बादल मंडरा रहे है। दरअसल जेएलएल के प्रमुख स्पीकरों सीबीएफसी चेयरमैन प्रसून जोशी का नाम भी सम्मलित है। जबकि दूसरी और करणी सेना प्रसून जोशी के विरोध की बात कह चुकी है। हालांकि राजस्थान सरकार की ओर से प्रसून जोशी को पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है, लेकिन प्रसून जोशी को लेकर असंमजस की स्थिति है। उनके करणी सेना की ओर से धमकी दी गई है कि वह जयपुर आए तो उनका भी भंसाली जैसा हाल होगा।
सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता
इस फेस्टिवल में करणी सेना के विरोध-प्रदर्शन और गुंडागर्दी की आशंका के चलते जयपुर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है। उपद्रवियों को जेएलएफ में पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने खासतौर पर फेस रिकॉग्नेशन कैमरे लगाए हैं। इसके साथ ही इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीमों के साथ आरएसी की दो कंपनियां मौके पर तैनात कर दी गई हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त डॉ. नितिन दीप ने बताया कि हमने लिटरेचर फेस्टिवल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। यहां आरएसी की दो कंपनियां बुलाई गई है और सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीमें भी तैनात कर दी गई हैं। फेस रिकॉग्नेशन कैमरे भी लगाए हैं।
ऐसा होगा बाकी दिनों का शेड्यूल
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का दूसरे दिन मशहूर शख्सियत नंदिता दास, अनुराग कश्यप, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी करेंगे शिरकत. नंदिता दास "कल्चर करी" पर चर्चा करेंगी। वहीं फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप 11:15 बजे "द हिट मैन सेशन" में बातचीत करेंगे। दोपहर 1:40 पर नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी "मंटो: द मैन एंड लेजेंड" पर बात करेंगे। शाम में रियल शुगर और शिल्पा राव देंगे म्यूज़िकल प्रस्तुति देंगी। तीसरे दिन मशहूर गुरमेहर कौर, शहीद मनदीप सिंह की बेटी, जिसने अपने पिता की मौत के बाद सोशल मीडिया पर इंडिया और पाकिस्तान के बीच शांति कैंपेन चलाया, वह दोपहर 12:30 बजे शुक्रवार को फ्रंट लॉन में ड्रीम्स: लुकिंग एट यंग इण्डिया पर चर्चा करेंगी। वहीं 27 जनवरी को इनटॉलेरेंस के विरोध में अवार्ड वापसी की मुहीम शुरू करने वाली नयनतारा सहगल फ्रंट लॉन में दोपहर 3:45 बजे "वेन द मून शाइंस बाय द डे" पर चर्चा करेंगी।
Created On :   25 Jan 2018 12:24 PM IST