3 साल बाद सातवें संस्करण के साथ होगी दिल्ली में वापसी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदुस्तानी संस्कृति का महोत्सव जश्न-ए-रेख्ता तीन साल के महामारी विराम के बाद दिल्ली के धरातल पर फिर से लौट रहा है। पिछली बार यह आयोजन दिसंबर 2019 में हुआ था।
मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 2 से 4 दिसंबर तक आयोजित होने वाला यह महोत्सव तीन दिनों का होगा। चार चरणों में 60 कार्यक्रम होंगे, जिनमें 150 कलाकार अपना हुनर पेश करेंगे।
इस महोत्सव में गजल, सूफी संगीत, कव्वाली, दास्तानगोई, पैनल चर्चा, मुशायरा, कविता पाठ और सेलिब्रिटी वातार्लाप के माध्यम से उर्दू भाषा और हिंदुस्तानी संस्कृति का जश्न मनाया जाएगा।
गैर-लाभकारी संगठन रेख्ता फाउंडेशन के तत्वावधान में दिल्ली में यह प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता रहा है। यह संगठन उर्दू साहित्य के लिए दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट और ऑनलाइन संसाधन का मुफ्त संचालन भी करता है।
उद्घाटन सत्र में जावेद अख्तर शामिल होंगे, उसके बाद हरिहरन गजल गायन पेश करेंगे। आखिरी दिन 4 दिसंबर को ऋचा शर्मा सूफी संगीत पेश करेंगी।
इस साल के कार्यक्रमों में नसीरुद्दीन शाह, रत्ना पाठक शाह, जावेद अख्तर, शबाना आजमी, हरिहरन, मुजफ्फर अली, ऋचा शर्मा, कुमार विश्वास, शैलेश लोढ़ा, दीया मिर्जा, शेखर रवजियानी, शिल्पा राव, प्रतिभा सिंह बघेल, प्रिया मलिक और राहगीर सहित कई अन्य लेखक, कवि, कलाकार और विद्वान शामिल होंगे।
रेख्ता फाउंडेशन के संस्थापक संजीव सराफ ने कहा, जश्न-ए-रेख्ता का उद्देश्य उर्दू भाषा, संगीत, कला, संस्कृति और इसके भारतीय लोकाचार के उत्सव के माध्यम से लोगों को एक-दूसरे के करीब लाना है। मुझे खुशी है कि जश्न-ए-रेख्ता, 2022 अपने सातवें संस्करण के साथ तीन साल बाद वापसी करने जा रहा है।
(आईएएनएस)
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Created On :   22 Nov 2022 7:00 PM IST