B,Day Spl: आंखों से अभिनय करने के महिर हैं अजय देवगन, एक्शन में नहीं है कोई तोड़

know the unknown facts of Ajay Devgan life on his 49th birthday
B,Day Spl: आंखों से अभिनय करने के महिर हैं अजय देवगन, एक्शन में नहीं है कोई तोड़
B,Day Spl: आंखों से अभिनय करने के महिर हैं अजय देवगन, एक्शन में नहीं है कोई तोड़

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आज बॉलीवुड के ‘सिंघम’ कहे जाने वाले अभिनेता अजय देवगन आज अपना 49 वां जन्‍मदिन मना रहे हैं। उनका जन्‍म 2 अप्रैल 1969 को दिल्‍ली में हुआ था। अजय एक ऐसे अभिनेता हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि वे अपनी आंखों से ही किरदार में जान भर देते हैं, वे जब पर्दे पर एक्टिंग करते हैं, तो उनकी आंखें ही किरदार का सशक्तिकरण बता देती हैं। अजय देवगन अपने हर किरदार को पर्दे पर साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, फिर चाहे वह भगत सिंह का रोल हो या वन्स अपॉन ए टाइम मुंबई में किया अभिनय हो, हर बार अजय ने खुद को साबित किया है।

 

 

अजय देवगन पद्मश्री से भी सम्‍मानित हैं। अजय देवगन को बॉलीवुड में चाहने वालों की कमी नहीं है। इनके साथ ही अजय देवगन के फैन भी उनकी कुछ खास फिल्मों के दीवाने हैं, जिनमें अजय ने बेहतरीन अदायगी की है। इन फिल्मों में गंगाजल, भगत सिंह, वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई, कंपनी, फूल और कांटे, जिगर, कयामत..जैसी कई फिल्में हैं।

 


अजय देवगन के पिता वीरू देवगन एक एक्शन डॉयरेक्टर है, वह बॉलीवुड कई फिल्मों में एक्शन दे चुके हैं। इसलिए जब बात आई उनके बेटे को लॉन्च किए जाने की तो उन्होंने अजय देवगन को फिल्म ‘फूल और कांटे’ से एक्शन हीरो के तौर पर लॉन्च किया। जैसे कि एक्शन डायरेक्टर के बेटे तो थो उनकी एंट्री भी कुछ ऐसी प्लान की गई कि लगे कि एक एक्शन डायरेक्टर का बेटा लॉन्च हुआ है, फिल्म  ‘फूल और कांटे’ के पहले शॉट में ही अजय देवगन दो बाइक्स पर खड़े होकर आते हैं। बस यहीं से अजय देवगन हिट हो गए। धीरे-धीरे यह उनका स्टाइल ट्रेड मार्क बन गया। बता दें कि अजय की मां वीना एक फिल्‍म प्रोड्यूसर हैं और उनके भाई अनिल देवगन एक हिंदी फिल्‍म डायरेक्‍टर हैं।

 

1985 में हो गई थी करियर की शुरुआत

अजय देवगन के ज्यादातर फैंस को शायद यही पता है कि उन्होंने सुपरहिट ‘फूल और कांटे’ से इंडस्ट्री में प्रवेश किया था, परन्तु यह बेहद कम लोग जानते होंगे कि इससे पूर्व 1985 में ही इन्होंने बॉलीवुड में पांव रख दिया था। उन्होंने 1985 में प्रदर्शित फिल्म ‘प्यारी बहना’ में अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के बचपन का रोल अदा किया था। उस वक्त अजय को ‘मास्टर छोटू’ के नाम से बिल भेजा गया था। जिसके बाद ‘फूल और कांटे’ के लिए उन्‍हें सर्वश्रेष्‍ठ अभिनेता का फिल्‍मफेयर अवार्ड मिला था। वर्ष 1992 में ‘जिगर’, 1994 में ‘दिलवाले’ और ‘सुहाग’, 1995 में ‘नजायज’, 1996 में ‘दिलजले’ और 1997 में ‘इश्‍क’ में काम किया।

 

 

इन फिल्‍मों की बदौलत अजय एक बड़े सितारे बन गए। इसके बाद अजय को फिल्‍म ‘करण अर्जुन’ में सलमान खान के रोल के लिए ऑफर किया गया था, लेकिन उन्‍होंने इस फिल्‍म के लिए हामी नहीं भरी, वहीं ‘डर’ में शाहरुख खान वाला रोल भी अजय को ऑफर किया गया था, यह रोल उन्‍हें आमिर खान के ठुकराने के बाद दिया गया था।

 


 

अजय और काजोल की लव स्टोरी

अजय और अभिनेत्री काजोल की मुलाकात फिल्‍म ‘हलचल’ के सेट पर हुई थी, लेकिन दोनों की डेटिंग की खबरें फिल्‍म ‘गुंडाराज’ के बाद आने लगी थी। इसके बाद काजोल और अजय ने वर्ष 1999 में एक-दूसरे से शादी कर ली। अजय और काजोल की जोड़ी बॉलीवुड की सफल जोड़ियों में से एक मानी जाती है। ‘हलचल’ की शूटिंग के दौरान काजोल ने देखा कि उनका को-एक्टर अकेले एक कोने में बैठा स्क्रिप्ट पढ़ रहा था। एक और काजोल जो कि बहुत बातें करने वाली और दूसरी और अजय देवगन जिन्हें ज्यादा बातें करना पसंद नहीं था। इसके बाद धीरे-धीरे अजय काजोल से बात करने लगे और उनकी दोस्ती हो गई। इस फिल्म के बाद दोनों ने एक साथ कई फिल्में कीं जो बेहद हिट रहीं जैसे ‘इश्क’, ‘प्यार तो होना ही था’, ‘दिल क्या करे’, ‘राजू चाचा’ और ‘यू मी और हम’ जैसी फिल्में इसमें शामिल हैं। 

द‍िलचस्‍प बात यह है कि अजय अपना हनीमून बीच में ही छोड़कर चले आए थे क्योंकि उन्हें होम सिकनेस हो रही थी और वह अपने घर को मिस कर रहे थे। बता दें, शुरू में ऐसा कहा गया क‍ि अजय और काजोल की की जोड़ी अच्‍छी नहीं है, लेकिन बाद में यह र‍िश्‍ता बॉल‍िवुड के सबसे सफल र‍िश्‍तों में से एक साब‍ित हुआ। दोनों के एक बेटा और एक बेटी युग और न्यासा हैं।

 
 
 

इन फिल्मों के लिए मिला पुरस्कार

फिल्म ‘जख्म’ तथा ‘द लेजेंड ऑफ भगत सिंह’ के लिए अजय को सर्वश्रेष्ठ एक्टर के तौर पर नेशनल फिल्म अवॉर्ड मिल चुका है। अजय को 1998 में फिल्म ‘जख्म’ और 2002 में फिल्म ‘भगत सिंह’ के लिए नेश्नल फिल्म अवॉर्ड से नवाजा गया। 1991 में फिल्म ‘फूल और कांटे’ के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड की तरफ से बेस्ट मेल डेब्यू का अवॉर्ड मिला। 2002 में ‘कंपनी’ के लिए फिल्म फेयर क्रिटिक्स अवॉर्ड से नवाजे गए। ‘दीवागनी’ में निगेटिव रोल निभाने के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला।

 

 

कॉमेडी में भी आजमाया हाथ

वैसे तो आप सभी जानते होंगे कि अजय गंभीर किरदार निभाने में माहिर हैं, सीरियस रोल उन पर खूब जमते हैं, लेकिन अजय ने गोलमाल सीरीज की फिल्मों में जमकर कॉमेडी की है। अजय के बारे में कहा जाता है कि वह फिल्मों में जितना गंभीर दिखते हैं असल जिंदगी में उतना ही चुलबुले हैं। अजय पहले ऐसे स्टार हैं जिन्होंने 6 सीटर प्राइवेट प्‍लेन का चलन शुरू किया था। बता दें कि हाल ही में अजय देवगन की गोलमाल अगेन और रेड फिल्में रिलीज हुई, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त बिजनेस किया। 

Created On :   2 April 2018 7:00 AM GMT

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