#MeToo :बॉलीवुड में कई लड़कियों का हो रहा शोषण-सनी लियोनी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। हॉलीवुड एक्ट्रेस एलिसा मिलानो द्वारा यौन शोषण के खिलाफ शुरु किया गया #MeToo अभियान आज विश्वव्यापी रूप धारण कर चुका है। बचपन से लेकर अब तक हुई यौन शोषण की घटनाओं को लोग #MeToo के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर समाज को आईना दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। इस अभियान में अब तक दुनियाभर से लाखों महिला और पुरुषों ने जुड़कर अपनी व्यथा बयां की है। वहीं भारत में अब तक हजारों लोग इस अभियान से जुड़ चुके हैं। कई बॉलीवुड एक्ट्रेस भी #MeToo पर अपने अनुभव साझा कर चुकीं हैं।
अब #MeToo के तहत पॉर्न स्टार से बॉलीवुड एक्ट्रेस बनी सनी लियोनी ने खुलकर अपने विचार रखे। सनी ने कहा कि सभी को इस तरह के यौन शोषण से गुजरना पड़ता है। एक्ट्रेस सनी लियोनी ने कहा कि कई जवान लड़कियां हैं जिनका शोषण हो रहा है लेकिन ऐसा सभी के साथ होता है चाहे वो पुरुष हो या महिला। सनी ने आगे कहा कि #MeToo से लोगों को हिम्मत मिलेगी और वे कह सकेंगे कि ये सब ठीक नहीं है।
गौरतलब है कि सनी लियोनी और अरबाज खान की फिल्म "तेरा इंतजार" कुछ ही समय में आ रही है और फिल्म से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सा ले रहीं थी। कार्यक्रम में अरबाज भी थे। वहीं अरबाज ने #MeToo को लेकर कहा कि बिना सहमति के कुछ भी होना गलत होता है।
हॉलीवुड इस वक्त एक सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल का सामना कर रहा है। हॉलीवुड में एलिसा मिलानो का इकलौता मामला नहीं है, इससे पहले भी कई एक्टर और एक्ट्रेस यौन शोषण का शिकार हो चुके हैं। इस मामले में कईयों ने तो अपनी कहानी सार्वजनिक रूप से शेयर भी की है। मगर एलिसा मिलानो ने जो #MeToo के साथ शेयर किया है, वह अब सोशल साइट और गूगल पर ट्रेंड होने लगा है।
हॉलीवुड में 81 ऑस्कर जीत चुके फिल्ममेकर हार्वे वेंस्टीन का मामला सामने आ रहा है। 25 से अधिक महिलाओं (जिनमें ज्यादातर एक्ट्रेस हैं) ने हार्वे पर यौन शोषण या रेप का आरोप लगाया है। इसके बाद ही यह #MeToo अभियान शुरु किया गया, जो सोशल साइट पर ट्रेंड कर रहा है।
पुरुष भी हैं शिकार
इस समाज में महिलाएं ही एकमात्र यौन शोषण का शिकार नहीं हैं, बल्कि पुरुष भी बड़ी संख्या में शिकार हुए हैं। #MeToo ने उस पुरुष वर्ग को भी आवाज दी है, जो किसी डर के कारण बगैर बताए अपने ऊपर हो रहे यौन शोषण के जुल्म को सह रहे हैं या सह रहे थे। एक स्वर में उन्होंने ये कहना शुरू कर दिया है कि आखिर ये अभियान सिर्फ महिलाओं के उत्त्पीडन पर ही केंद्रित क्यों रहे ?
Created On :   18 Nov 2017 5:52 PM IST