MOVIE REVIEW: देखने से पहले पढ़ें कैसी है फिल्म 'सीक्रेट सुपरस्टार'
स्टार कास्ट : आमिर खान, जायरा वसीम, मेहर विज, राज अर्जुन,
कबीर साजिद, तीर्थ शर्मा
डारेक्टर-राइटर: अद्वेत चंदन
प्रोड्यूसर : आमिर खान, किरण राव, आकाश चावला, सुजॉय
कुट्टी, बी. श्रीनिवास राव/आमिर खान प्रोडक्शंस
म्यूजिक : अमित त्रिवेदी
सोन्ग्स: कौसर मुनीर
रेटिंग : साढे तीन स्टार
डिडिटल डेस्क,मुंबई। मिस्टर परफेक्सनिस्ट अपनी हर फिल्म से इतनी जुड़ जाते हैं कि उसके लिए अपनी जी जान लगा देते हैं। सीक्रेट सुपरसस्टार के साथ भी कुछ ऐसा ही किया है आमिर ने। फिल्म को हिट बनाने के लिए शूटिंग से लेकर रिलीज डेट तक छेड़छाड़ करने से आमिर नहीं चूके और दिवाली की छुट्टी के मद्देनजर आमिर खान ने अपनी फिल्म "सीक्रेट सुपरस्टार" को एक दिन पहले गुरूवार को ही रिलीज कर दिया है।
आमिर की हर फिल्म की तरह इस फिल्म सीक्रेट सुपरस्टार से भी दर्शकों को काफी उम्मीदें थी, लेकिन इस फिल्म में आमिर से ज्यादा फिल्म की एक्ट्रेस जायरा खान को सक्रीन पर जगह मिली है। आइए जानते है कि इस फिल्म ने दर्शकों को निराश किया है या उम्मीदों पर खरी उतरी है।
फिल्म की कहानी गुजरात के वडोदरा शहर में रहने वाली निम्न-मध्यम वर्ग की 14 साल की स्कूल में पढ़ने वाली इन्सिया मलिक (जायरा वसीम)। इन्सिया को म्यूजिक का शौक है। वो गायिका बनना चाहती है और सारे सपने पूरा करना चाहती है, जो एक गायिका के जहन में पलते हैं। उसके इन सपनों को उसकी मां नजमा (मेहर विज) परवान मिलती है, लेकिन इसके लिए नजमा को बहुत कुछ सहना पड़ता है, क्योंकि मलिक परिवार का माहौल कंजरवेटिव है।
खासतौर पर जब-जब इन्सिया के पिता फारुख मलिक (राज अर्जुन) घर में होते हैं, लेकिन जब इन्सिया, नजमा और उनका छोटा बेटा गुड्डू (कबीर साजिद) साथ होते हैं, तो माहौल खुशियों भरा होता है। स्कूल में इन्सिया का एक दोस्त है चिंतन (तीर्थ शर्मा), जिसका साथ उसे हौंसला देता है।
पिता की पाबंदियों की वजह से इन्सिया के सपने घर में कैद से हो गई हैं, लेकिन नजमा हमेशा उसका उत्साह बढ़ाती है और एक दिन वो अपना हार बेच कर उसे एक लैपटॉप गिफ्ट करती है। इन्सिया अपने एक गीत का वीडियो इंटरनेट पर डालती है, जिसे वो बुर्का पहन कर शूट करती है, ताकि उसकी पहचान गुप्त रहे। वीडियो को ढेरों लाइक्स मिलने लगते हैं और यहां से शुरू होता है इन्सिया अपने सपनों एक उड़ान देना शुरू करती।
सीक्रेट सुपरस्टार के नाम से शुरू हुए उसके इस सफर में शक्ति कुमार (आमिर खान) दाखिल होते है, जो कि बॉलीवुड में एक फेमस संगीतकार है। शक्ति पहली नजर में तो इन्सिया को एक बुरा आदमी लगता है, लेकिन अपने सपनों को साकार करने के लिए उसे उसकी मदद लेनी ही पड़ती है। तभी इन्सिया के पिता को साउदी अरब में नौकरी मिल जाती है और वो पूरे परिवार के साथ वहां शिफ्ट होना चाहता है और उसने वहां इन्सिया की शादी के लिए एक लड़का भी देख लिया है। बस यहीं से शुरू होती है इन्सिया सपनों से जंग अब क्या इन्सिया सिंगर बन पाती है ये तो फिल्म देखन के बाद ही पता चलेगा।
आमिर खान कैंप से कई सालों से जुड़े अद्वैत चंदन की इस फिल्म की सबसे बड़ी खासियत है कि ये आपकी आंखें नम करने का दम रखती है। ये बीच-बीच में आपको हंसने का मौका भी देती है। आमिर की बाकी फिल्मों की तर्ज पर इस फिल्म में भी एक सार्थक मैसेज दिया गया है कि अपने सपने को कभी मरने मत दीजिए। इसी के साथ ही फिल्म में घरेलू हिंसा और यौन उत्पीड़न का गंभीर मुद्दा भी पूरी ईमानदारी के साथ उठाया गया है।
फिल्म का गजब स्क्रीन प्ले और डायलॉग फिल्म की जान है। आमिर के साथ दंगल में नजर आईं जायरा वसीम ने इंसिका के किरदार को अपनी शानदार एक्टिंग से जीवंत कर दिया है। इन्सिया के क्रूर और रूढ़िवादी अब्बा फारूख के किरदार में राज अर्जुन अपने रोल में पूरी तरह से खरे उतरे हैं। इन्सिया की अम्मी नजमा का किरदार इस कहानी की सशक्त कड़ी है। नजमा के रोल में मेहर विज की एक्टिंग का जवाब नहीं।
डायरेक्टर अद्वैत चंदन की शुरुआत से आखिर तक पूरी पकड़ है। अगर फिल्म की कमजोर कड़ी की बात करें तो ढाई घंटे की इस फिल्म को आसानी से दस से पंद्रह मिनट तक कम किया जा सकता था। वहीं एक म्यूजिकल सब्जेक्ट पर बनी इस फिल्म का संगीत औसत है।
Created On :   19 Oct 2017 12:26 PM IST