हाईकोर्ट पहुंची फिल्म ‘पाकीजा’ पर मालिकाना हक की लड़ाई

Proprietary rights over the movie Pakeezah reached to High Court
हाईकोर्ट पहुंची फिल्म ‘पाकीजा’ पर मालिकाना हक की लड़ाई
हाईकोर्ट पहुंची फिल्म ‘पाकीजा’ पर मालिकाना हक की लड़ाई

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय सिनेमा की मशहूर फिल्मों में से एक ‘पाकीजा’ अब कानूनी विवादों में फंस गई है। कमाल अमरोही के निर्देशन में बनी अभिनेत्री मीना कुमारी की इस फिल्म पर दावे को लेकर डीबी रियल्टी ने महल पिक्चर के मार्फत बांबे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। रियल इस्टेट कंपनी डीबी रियल्टी ने 7 साल पहले अमरोही के बच्चों से कमलिस्तान स्टूडियो को खरीद लिया था। बता दें कि डीबी रियल्टी के मालिक बिल्डर अविनाश भोसले ने अमरोही की महल पिक्चर को खरीद लिया है।   

वहीं अमरोही के बच्चे ताजदार, शानदार और रुकसार ने दावा किया है कि ‘पाकीजा’ फिल्म उनके पिता का निजी काम था। ये फिल्म महल पिक्चर डील का हिस्सा नहीं थी। महल पिक्चर ने मुख्य रुप से सेमारु इंटरटेनमेंट लिमिटेड के उस दावे पर सवाल उठाए है, जिसमें उसने कहा है कि ‘पाकीजा’ फिल्म का अधिकार उसने अमरोही परिवार से 2015 में खरीदा था। 

18 साल में बनकर तैयार हुई थी पाकीजा

कमाल अमरोही ने 1956 में पाकीजा फिल्म बनाने की घोषणा की थी। चार साल बाद अमरोही ने मीना कुमारी से शादी कर ली थी, लेकिन फिल्म के निर्माण में काफी देर लगी। इसका कारण मीना कुमारी और कमाल के रिश्ते तल्ख रिश्ते थे। इस बीच मीना कुमारी काफी बीमार हो गई। आखिरकार फिल्म 1972 में रिलीज हुई। फिल्म में मीना कुमारी ने बेहतरीन अभिनय किया था। 

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महल फिल्म को मरोही के बच्चों ने बेचा

साल 2010 में अमरोही के बच्चों ने महल पिक्चर को पुणे के जाने माने बिल्डर अविनाश भोसले (डीबी रियल्टी) को बेच दिया। अमरोही के बेटे ताजदार का कहना है कि फिल्म ‘पाकीजा’ महल पिक्चर प्रोडक्शन का हिस्सा नहीं थी। ये उनके पिता का निजी काम था। इसलिए महल पिक्चर के नाम से दावा दायर करने वाला डीबी रियल्टी पाकीजा फिल्म को लेकर अपना दावा करने का अधिकार नहीं रखता है। फिल्म की क्रेडिटलाईन में भी साफ किया गया है कि फिल्म का निर्माण, लेखन और निर्देशन का काम कमाल अमरोही ने किया है।

कमाल के बेटे ने कहा कि "ये फिल्म मेरे पिता की निजी संपत्ति थी। जिस पर डीबी रियल्टी दावा नहीं कर सकता। जबकि अविनाश भोसले का दावा है कि फिल्म महल पिक्चर के सौदे का हिस्सा थी। फिर भी अमरोही परिवार ने फिल्म से जुड़े अधिकार अमरोही परिवार ने अवैध रूप से सेमारु को बेंचे हैं। वहीं सेमारु का हाईकोर्ट में पक्ष रखनेवाले अधिवक्ता महेश महाडगुट का कहना है कि फिल्म के अधिकार को लेकर अमरोही परिवार के साथ वैध करार किया है।

Created On :   20 Oct 2017 12:33 PM IST

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