आर माधवन ने कहानी में बताया देशद्रोह के आरोप से पद्म भूषण तक का सफर, रॉकेट्री द नांबी इफेक्ट है इस शख्सियत की अनसुनी कहानी

आर माधवन ने कहानी में बताया देशद्रोह के आरोप से पद्म भूषण तक का सफर, रॉकेट्री द नांबी इफेक्ट है इस शख्सियत की अनसुनी कहानी
बॉक्स ऑफिस रिव्यू आर माधवन ने कहानी में बताया देशद्रोह के आरोप से पद्म भूषण तक का सफर, रॉकेट्री द नांबी इफेक्ट है इस शख्सियत की अनसुनी कहानी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। रॉकेट्री द नांबी इफेक्ट, आर माधवन की पहली डाएरेक्टेड फिल्म, जिसमें डाएरेक्टर कम एक्टर ने इंजीनयर नांबी नारायण की अनसुनी कहानी को दर्शकों के सामने रखा है। रॉकेट्री द नांबी इफेक्ट वैसे एक बायोपिक है। नांबी नारायण जिसने दुनिया को इतना बड़ा वरदान दिया, जिन्हें आज कई लोग बहुत मानते है तो कई लोग आज तक देशद्रोही समझते हैं। आखिर कौन हैं नांबी नारायण? इन्होनें देश को क्या वरदान दिया? क्यों इनके नाम के आगे देशद्रोही जुड़ा? ऐसा इन्होनें क्या किया कि आर माधवन ने इनकी बायोपिक तक बना डाली? यहां जानिए इन सभी सवालों का जवाब।

कौन है नांबी नारायण
नांबी नारायण को आज एक जीवीत दिग्गज कहा जाए तो भी कोई हर्ज नहीं है। नांबी नारायण एक दिग्गज इंजीनयर है जिन्होंने देश को लिक्विड फ्यूल रॉकेट टेक्नॉलिजी दी, जो किसी वरदान से कम नहीं है। उनकी यह खोज केवल उनके करीयर के लिए ही नहीं बल्की पूरे देश के लिए एक बड़ा अचीवमेंट साबित हुई।
 
क्यों जुड़ा था देशद्रोह का आरोप
जाहिर है जितना बड़ा नाम उतने ही अपवाद। नांबी नारायण के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ, उन्होंने देश को जो वरदान दिया वही उनके लिए श्राप साबित हुआ। कुछ लोग होते हैं जो आपको सफलता के रास्ते में चलने से रोकते है, कुछ ऐसा ही इनके साथ भी हुआ। इनपर आरोप लगाया गया कि इन्होंने रॉकेट प्रोग्राम से जुड़ी जानकारी मालद्वीव के दो जासूसों के जरिए पाकिस्तान को बेची थी, जिसकी वजह से इनके नाम के आगे देशद्रोही जोड़ दिया गया था।  

स्टोरीलाइन
नाम्बी के करियर की छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बात इस फिल्म में देखने को मिलती है। कहानी एक इंटरव्यू से शुरू होती है जिसे किंग खान हॉस्ट कर रहे हैं, उसी इंटरव्यू से कहानी फ्लैशबैक की ओर जाती है। कहानी में एयरस्पेस इंजीनयर नांबी नारायण का यूनिवर्सिटी जाना, लिक्विड फ्यूल बनाकर रिकॉर्ड तोड़ना, नासा की जॉब ठुकराना, आरोप लगने की वजह से 50 दिन जेल में जाना और फिर निर्दोष साबित हो पद्म भूषण से सम्मानित होना सब बताया गया है। कहानी की समरी जो कि ऊपर की चंद लाइन में लिखी गई है का एक-एक डिटेल आर माधवन ने अपनी फिल्म में दिखाने की कोशिश की है।

कास्ट
फिल्म में आर माधवन बतौर लीड नांबी नारायण, शाहरुख खान बतौर होस्ट जो केवल शुरुवाती 15 मिनट नजर आए, सिमरन बतौर नांबी की पत्नी, सूर्या, रवी सहित कई और एक्टर एक्ट्रेस शामिल हैं। 

आर माधवन का डेब्यू
राकेट्री द नांबी5 इफेक्ट फिल्म से आर माधवन ने डायरेक्शन की दुनिया में अपन डेब्यू किया है। ऐसी बायोपिक जिसने कइयों की आंखे खोल कर रख दी हैं। आर माधवन को इस फिल्म को बनाने में तकरीबन 7 साल लग गए। फिल्म का हाफ पार्ट साइंस की दुनिया के अगल-बगल घूमता दिखाई देता है, जो इंफोर्मेटिव के साथ-साथ साइंस की दुनिया से तालुक न रखने वाले लोगों के लिए थोड़ा कंफ्यूजिंग है। लेकिन आर माधवन बतौर डायरेक्टर की पहली फिल्म के हिसाब से डायरेक्शन लाजवाब कहा जा सकता है।

Created On :   1 July 2022 7:49 AM GMT

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