Film Review: दमदार एक्टिंग और ढेर सारे इमोशन्स से भरी है राज़ी

Raazi Film Review: watch for Strong Acting,story And Emotions
Film Review: दमदार एक्टिंग और ढेर सारे इमोशन्स से भरी है राज़ी
Film Review: दमदार एक्टिंग और ढेर सारे इमोशन्स से भरी है राज़ी

फिल्म का नामः राज़ी

डायरेक्टरः मेघना गुलज़ार

स्टार कास्टः आलिया भट्ट, विकी कौशल, रजत कपूर, जयदीप अहलावत, अमृता खानविलकर, सोनी राज़दान

रेटिंग- 4.5

डिजिटल डेस्क, मुंबई । आज आलिया भट्ट की फिल्म राज़ी रिलीज हो गई है। इस फिल्म के ट्रेलर और म्यूजिक ने पहले ही दर्शकों का दिल जीत लिया था। दमदार डायलॉग, पहाड़ों की लोकेशन, आलिया का साधारण मुस्लिम लड़की का लुक दर्शकों को काफी पसंद आया। आलिया की एक्टिंग और डायलॉग फिल्म को और भी मजबूत बनाते हैं। 
बॉलीवुड में यूं तो पहले भी कई जासूसी थ्रिलर देखने को मिली हैं लेकिन मेघना गुलज़ार की ये फिल्म इसलिए अलग है क्योंकि इसमें लीड किरदार एक महिला का है, जो कमजोर तो पड़ती है, लेकिन जब मातृभूमि की बात आती है तो हर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहती है। 

कहानी-

सहमत (आलिया भट्ट), कश्मीर की रहने वाली लड़की है जो दिल्ली में पढ़ाई करती है। अचानक वो कश्मीर वापस लौटती है क्योंकि उसके पिता हिदायत खान (रजित कपूर) बीमार हैं और उनके पास दिन बहुत कम हैं। हिदायत भारतीय खुफिया एंजेसी के एजेंट हैं और वो अब अपनी बेटी समहत को भी बॉर्डर पार से खुफिया जानकारी लाने के काम में लगाना चाहते हैं।

ये कहानी है 1970 की, जब भारत और पड़ोसी देश पाकिस्तान लड़ाई की कगार पर था। हिदायत भारतीय खुफिया एजेंसी की "आंख और कान" बनने के लिए किसी लायक इंसान को चाहते हैं और इसके लिए उनकी बेटी सहमत से बेहतर कोई नहीं हो सकता। वो सहमत की शादी पाकिस्तानी सेना अधिकारी के बेटे इकबाल (विक्की कौशल) से करवा देते हैं। इन दोनों की शादी आसानी से हो जाती है क्योंकि सहमत के पिता हिदायत और इकबाल के पिता ब्रिगेडियर सैयद (शिशिर शर्मा) काफी अच्छे दोस्त हैं।

शादी से पहले, सहमत को भारतीय खुफिया एजेंसी के एजेंट खालिद मीर (जयदीप अहलावतत) के जरिए जबरदस्त ट्रेनिंग दी जाती है। दिल्ली यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट के बाद सहमत खुद को पाकिस्तान आर्मी के घराने की छोटी बहू के रूप में पाती है। वो खुद को एक पत्नी और ट्रेन किए गए एजेंट के तौर पर बैलेंस करती रहती है।हालांकि उस पर खतरे की तलवार हमेशा लटकी रहती है कि कहीं उसका राज न खुल जाए। 

"राज़ी" को शानदार बनाते हैं इस फिल्म के तनाव भरे सीन्स, जो आपको स्क्रीन से आंख भी झपकाने की इजाज़त नहीं देंगे। इस फिल्म में डायरेक्टर मेघना गुलज़ार ने इतनी बारीकी से काम किया है कि ऑडिएंस के अंदर भी देशभक्ति जग जाएगी। मेघना ने हरिंदर सिक्का की नॉवेल कॉलिंग सहमत का नाटकीय वर्जन पेश किया है। फिल्ममेकर ने जरूरत से ज्यादा फिल्म को रोमैंटिक नहीं बनाया है। फिल्म में जिस तरह से प्लॉट की परते खुलती हैं वो सबसे शानदार है। बीच-बीच में फिल्म थोड़ी धीमी पड़ती है, लेकिन आप इस फिल्म में बोर नहीं होंगे। 

कैसी है एक्टिंग

आलिया की एक्टिंग इस फिल्म में बिल्कुल अलग लेवल की है। "उड़ता पंजाब" जब आई थी, तो लगा था कि ये आलिया के करियर का सबसे दमदार किरदार है, लेकिन सहमत इस पर भारी पड़ती है। विक्की कौशल, रजित कपूर, सोनी राजदान, शिशिर शर्मा (इकबाल के पिता के रोल में) सब ने शानदार एक्टिंग की है, लेकिन अगर ये कहा जाए कि फिल्म को आलिया अपने कंधों पर अकेले लेकर चली हैं, तो इसमें कुछ गलत नहीं होगा।

इसलिए देखें

पिछले कुछ समय में आई बेस्ट फिल्मों में से एक है "राज़ी"। आलिया की शानदार एक्टिंग, मेघना गुलज़ार के कुशल डायरेक्शन के लिए ये फिल्म जरूर देखी जानी चाहिए। इसके अलावा अगर आप में देशभक्ति कूट-कूट कर भरी है, तो ये फिल्म बिल्कुल भी मिस मत करिए।

Created On :   11 May 2018 5:25 AM GMT

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