कॉमेडी फिल्मों को दूसरे दर्जे में न डालें
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। अभिनेता रवि मारिया जितना खलनायक की भूमिका निभाने के लिए जाने जाते हैं, उतना ही कॉमेडी भूमिकाओं के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने मीडिया से कॉमेडी फिल्मों के साथ दूसरे दर्जे जैसा व्यवहार नहीं करने का आग्रह किया है।
निर्देशक सुमंत राधाकृष्णन की फिल्म हॉस्टल की यूनिट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए अभिनेता रवि मारिया ने अफसोस जताया कि मीडिया कॉमेडी फिल्मों को दूसरे दर्जे की मानता है।
उन्होंने कहा, हॉस्टल असाधारण रूप से मजेदार फिल्म है। आप इस फिल्म में चार दृश्यों के लिए हंसे बिना हिल नहीं सकते। हालांकि, आप अभी भी अपनी समीक्षाओं में लिखेंगे कि रवि मारिया, सतीश जैसे कई कॉमेडियन को मजाकिया होने के नाते फिल्म नहीं मिलती है। हालांकि, अगर आप सिनेमाघरों में जाकर देखेंगे तो पाएंगे कि आम लोग कई दृश्यों के लिए तालियां बजाते नजर आएंगे।
अपनी बात रखने के लिए उन्होंने अपनी हाल ही में रिलीज हुई फिल्म इडियट के मामले का हवाला दिया।
रवि मारिया ने कहा कि अच्छी फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए एक सिंडिकेट होता है, बड़े निर्देशक एक अच्छी फिल्म को बढ़ावा देने और उसकी सराहना करने के लिए एक साथ आते हैं। लेकिन जब एक कॉमेडी फिल्म बनी तो यहां के कई निर्देशक इसका समर्थन करने के लिए तैयार नहीं थे, जो दर्दनाक है।
उन्होंने कहा, कृपया इस तथ्य पर विचार करें कि कॉमेडी फिल्में लोगों को तनाव से मुक्त करने में मदद करती हैं और समझें कि ये कॉमेडी फिल्में भी समाज के लिए आवश्यक हैं। कृपया अच्छी कॉमेडी फिल्मों की सराहना करें और उन्हें दूसरे दर्जे का दर्जा न दें।
(आईएएनएस)
Created On :   19 April 2022 10:00 PM IST