अब लेडी डॉन बनेंगी 'हम आपके हैं कौन' वाली सलमान खान की भाभी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। दूरदर्शन पर टीवी सीरियल सुरभि में अपनी सौम्य मुस्कान से दर्शकों का दिल में उतरने वाली ऐक्ट्रेस रेणुका शहाणे एक बार फिर से छोटे पर्दे पर दिखाई देंगी। फिल्म "हम आपके हैं कौन" में अपने सहज अभिनय से रेणुका ने सभी का दिल जीता था। रेणुका वक्त के साथ अब स्क्रीन पर भले ही कम नजर आती हैं, लेकिन सोशल मीडिया में अपनी आवाज बुलंद करने से वे कभी पीछे नहीं हटतीं। जल्द ही रेणुका मशहूर टीवी शो "खिचड़ी" में नजर आएंगी। वे इस शो में लेडी डॉन बनकर लोगों को चौंकाने वाली हैं। वहीं, अपनी ऑनस्क्रीन बहन माधुरी दीक्षित के साथ 23 साल बाद दोबारा बड़े पर्दे पर भी नजर आएंगी।
रेणुका शहाणे ने इस रोल के बारे में बताया कि यह एक मजेदार डॉन है। वह पहले थोड़ा सा डराएगी, लेकिन बाद में लोगों को पसंद आएगी। हालांकि इस डॉन को भी पकड़ना नामुमकिन है। सीरियल खिचड़ी के निर्माता आतिश कपाड़िया-जेडी कपाड़िया को मैं बहुत सालों से जानती हूं। जब उन्होंने पूछा कि वे खिचड़ी दोबारा बना रहे हैं और उन्हें लंबे रोल के लिए सेलेक्ट करना चाहते हैं, तो क्या वे तैयार है।
रेणुका शहाणे ने बताया कि मेरे बच्चों के इम्तिहान के कारण मैंने इस ऑफर के लिए मना कर दिया। इसलिए फिर उन्होंने मुझे एक केमियो रोल दिया। यह एक लेडी डॉन का किरदार है। बता दें कि रेणुका अपनी ऑनस्क्रीन बहन माधुरी दीक्षित के साथ भी नजर आने वाली हैं। करीब 23 साल बाद दोनों एक साथ दोबारा काम करेंगी। "हम आपके हैं कौन" की शूटिंग के वक्त दोनों ने 150 दिन साथ-साथ काम किया था। रेणुका का माधुरी से बहुत ही खास रिश्ता रहा है। दोनों महाराष्ट्रियन हैं तो उससे भी एक जुड़ाव बन गया था। रेणुका शहाणे का कहना है कि "अभी मेरी प्राथमिकताएं बदल गई हैं। शादी के पहले मैंने बहुत काम कर लिया था। शादी के बाद मैं चाहती थी कि मैं अपने परिवार को अपना पूरा वक्त दूं।"
उन्होंने कहा कि "मैं खुद को बहुत भाग्यशाली समझती हूं। अगर देखा जाए तो टीवी में तो मैंने काफी काम किया है, लेकिन फिल्मों में मैंने ज्यादा काम नहीं किया है। फिर भी लोग मुझे फिल्म हम आपके हैं कौन के लिए याद करते हैं को ये मेरे लिए गर्व की बात है। मेरी मां लेखिका हैं, तो लेखन मेरे खून में है, मैंने एक मराठी फिल्म का स्क्रीनप्ले लिखा है। अगले साल मैं वह फिल्म निर्देशित करना चाहती हूं। सोशल मीडिया पर भी रेणुका इन दिनों काफी सक्रीय रहती हैं। उनके अनुसार, हम एक लोकतांत्रिक देश में रहते हैं। लोकतंत्र में लोगों की आवाज बुलंद होनी चाहिए। किसी एक की आवाज ऊंची नहीं होनी चाहिए। हर एक की आवाज सुनाई देनी चाहिए।
Created On :   29 Dec 2017 2:06 PM IST