तारक मेहता...की बबीता जी हो सकती हैं गिरफ्तार ! इंदौर में दर्ज हुआ केस

Second FIR filed against munmun dutta for casteist slur
तारक मेहता...की बबीता जी हो सकती हैं गिरफ्तार ! इंदौर में दर्ज हुआ केस
तारक मेहता...की बबीता जी हो सकती हैं गिरफ्तार ! इंदौर में दर्ज हुआ केस

डिजिटल डेस्क,मुंबई। टीवी का पॉपुलर कॉमेडी शो "तारक मेहता का उल्टा चश्मा" में "बबीता जी" का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता की मुश्किलें अब बढ़ती जा रही है। एक वीडियो की वजह से उनके खिलाफ इंदौर में मंगलवार शाम को एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है, जिसकी वजह से उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। केस दर्ज होने के साथ-साथ मुनमुन दत्ता के खिलाफ दलित समाज के लोगों ने प्रदर्शन भी किया था। ये पहली बार नहीं हैं जब एक्ट्रेस के खिलाफ केस दर्ज हुआ हो बल्कि इससे पहले भी 14 मई को मुनमुन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। बता दें कि, ये पूरी  कार्रवाई मुनमुन के द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करने की वजह से हो रही है।

क्या हैं पूरा मामला 

दरअसल, हाल ही में एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया था। इस वीडियो में मुनमुन मेकअप के बारे में बात कर रही थी और मुनमुन ने इस वीडियो में कहा था कि, "मैं यूट्यूब पर आने वाली हूं।  मैं अच्‍छी दिखना चाहती हूं। मैं किसी....की तरह नहीं दिखना चाहती। इस वीडियो को पोस्ट करने के बाद से ही मुनमुन को ट्रोल किया जाने लगा और लोगों ने उनकी कड़ी निंदा की। हालांकि, बाद में एक्ट्रेस ने उस वीडियो को अपने सोशल मीडिया से हटा दिया है, लेकिन लोग लगातार सोशल मीडिया पर ये वीडियो शेयर करते रहे। बाद में मुनमुन ने एक और पोस्ट शेयर की और अपनी गलती के लिए माफी भी मांगी लेकिन लोगों को इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ी।

अब मुनमुन दत्ता के खिलाफ दलित नेता मनोज परमार ने शिकायत दर्ज कराई है। डीएसपी भंवर सिंह सिसोदिया ने इस बात की पुष्टि की है। साथ ही बताया कि एससी-एसटी एक्ट के तहत जांच की जाएगी। बता दें कि, इससे पहले मुनमुन दत्ता के खिलाफ नेशनल अलायंस फॉर दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन ने FIR दर्ज कराई थी। कलसन ने ये एफआईआर 11 मई को हांसी पुलिस को सीडी में रिकॉर्ड किए गए वीडियो के साथ दर्ज कराई थी। बता दें कि, ऐक्‍ट्रेस के ख‍िलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153A, 295A और अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम की धारा 3(1)(R), 3(1)(S) और 3(1)(U) के तहत मामला दर्ज किया गया है। ये सभी धाराएं गैर जमानती हैं। इसके अलावा मुनमुन के ख‍िलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में श‍िकायत दर्ज हो रही है। जालंधर में भी दलित संगठनों के उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है।

मुनमुन ने ट्वीटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि,"एक वीडियो के संदर्भ में है। जिसे मैंने 10 मई को पोस्‍ट किया था, जहां मेरे द्वारा इस्‍तेमाल किए गए एक शब्‍द का गलत अर्थ लगाया गया है। यह अपमान, धमकी या किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाने के इरादे से नहीं कहा गया था। मेरी भाषा के अवरोध के कारण, मुझे सही अर्थ नहीं पता था। एक बार जब मुझे इसके बारे में बताया गया, तो मैंने तुरंत ही वीडियो में से उस भाग को निकाल दिया। मैं हर उस व्यक्ति से माफी मांगती हैं जो गलत शब्द के इस्तेमाल की वजह अनजाने में मुझसे आहत हुए हैं।"

Created On :   20 May 2021 10:01 AM GMT

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