भारत की इस बस्ती में भारतीय ही हैं 'बैन', जानिए क्यों ?
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। भारत में वैसे तो घूमने और प्रकृति को देखने के लिए कई सारे नज़ारे हैं, लेकिन अगर आप दिल्ली से लगभग 512 किलोमीटर दूर जाएं, तो आपको इजरायल का एक नमूना दिखेगा। इसे आप मिनी इजरायल कह सकते हैं। मिनी इजरायल के दौरे के लिए आपको दिल्ली से बस पकड़कर कसोल जाना है, वहां आपको हूबहू इजराइल जैसा महसूस होगा और उसके नजारे भी दिखेंगे, तो चलिए जानते हैं आखिर इस जगह को क्यों कहा जाता है 'मिनी इजराइल'।
चलिए Bhaskarhindi। com के माध्यम से हम आपको दिखाते हैं "मिनी इजराइल" की कुछ तस्वीरें और जानकारी
कसोल जंगल के बीचो-बीच और पर्वती नदी के किनारे बसा इलाका है। आबादी काफी कम,शांत और ठंडा है। यह इलाका देशी- विदेशी, हर किसी को अपनी और खींचता है। कुल्लू जिले के कसोल से पहले इस इलाके को इसलिए मिनी इजराइल कहा जाता है, क्योकि यहां बड़ी संख्या में इजराइल टूरिस्ट आते हैं।
1990 से आ रहे हैं लोग
साल 1990 में इजराइल के पर्यटकों ने इस गांव की संस्कृति व शैली पर इजराइल का प्रभाव स्पष्ट देखने को मिलता है। आर्मी की ट्रेनिंग लेने के बाद इजराइली नागरिक इस गांव में इतनी तादात में आते हैं की मानो यह कोई इजराइल का ही गांव हो। ये लोग अपने इलाके में किसी भारतीय को देखना पसंद नहीं करते हैं। अपने ही देश के इस इलाके में हम भारतीय को ही उन्होंने बैन कर दिया। जी हां, यह बात बिलकुल सच है अगर वहां कोई भारतीय नागरिक जायेगा तो उनको वहां पर एंट्री नहीं मिलेगी।
कसोल में आपको हिब्रू में साइन बोर्ड तक लगे दिखते हैं ,वहां पर एक ऐसा रेस्टोरेंट हैं, जिसमे भारतीयों के प्रवेश पर बैन लगा हुआ है | ऐसा भी कहा जाता है कि मलाना क्रीम (वीड) भी विदेशी और इजराइली टूरिस्ट के यहां आने के पीछे का बड़ा कारण है। यहां पर आपको इजराइली तौर तरीके उनकी भाषा के साथ सब कुछ मिलेगा। ये लोग अपने इलाके में किसी भी भारतीय को देखना पसंद नहीं करते हैं|
Created On :   11 July 2017 12:00 PM IST