श्रद्धा कपूर बैडमिंटन ट्रेनिंग के लिए पहुंचीं हैदराबाद, सायना को बनाया गुरु

Shraddha Kapoor taking training of Badminton from Saina Nehwal
श्रद्धा कपूर बैडमिंटन ट्रेनिंग के लिए पहुंचीं हैदराबाद, सायना को बनाया गुरु
श्रद्धा कपूर बैडमिंटन ट्रेनिंग के लिए पहुंचीं हैदराबाद, सायना को बनाया गुरु

डिजिटल डेस्क,हैदराबाद। इन दिनों श्रद्धा कपूर अपनी अगली फिल्म के लिए हैदराबाद में खास ट्रेनिंग ले रही हैं। श्रद्धा जिस शख्स से ट्रेनिंग ले रही हैं वो कोई आम शख्स नहीं बल्कि ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता सायना नेहवाल हैं। जी हां, सायना श्रद्धा को खुद बैंडमिनटन के गुर सिखा रही हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि कहीं श्रद्धा ने एक्टिंग छोड़ बैडमिंटन प्लेयर बनने का फैसला तो नहीं कर लिया है, तो जनाब आप कुछ हद तक सही सोच रहे हैं। श्रद्धा ने बैडमिनटन प्लेयर बनने का फैसला तो कर लिया है, लेकिन रियल लाइफ में नहीं बल्कि रील लाइफ में। 

श्रद्धा कपूर सायना नेहवाल पर बन रही बायोपिक में सायना का किरदार निभाएंगी और इसी फिल्म के लिए श्रद्धा स्पेशियली सायना से ट्रेंनिग ले रही हैं। 

श्रद्धा ने सायना के घर खाया खाना

श्रद्धा न सिर्फ बैडमिंटन क्लासेज ले रही हैं बल्कि साइना के साथ भी समय गुजार रही हैं। श्रद्धा अभी हाल में ही साइना के घर गई थीं। श्रद्धा ने साइना के घर पर ली गई तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया। उन्होंने लिखा कि आंटी (साइना की ममी) ने स्वादिष्ट पूरी, छोले, खीर, हलवा और फ्रूट मिल्क जूस बनाया था।

उस दौरान श्रद्धा ने साइना के मेडल्स को भी देखा। श्रद्धा ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की, जिसमें साइना के पिता प्राउड के साथ उन्हें अपनी बेटी का ओलिंपिक मेडल दिखा रहे थे। 

ये भी पढ़े-प्रभास के इस काम से इंप्रेस हुई श्रद्धा कपूर, कहा "जियो रे बाहुबली"

सायना का किरदार पर्दे पर उतारना एक चुनौती

श्रद्धा ने अपनी ट्रेनिंग और सायने के बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा कि "मुझे लगता है कि सायना का करियर तमाम उतार चढ़ावों से भरा रहा है। विशेषकर जिस तरह उन्होंने चोट से उबरने के बाद वापसी की, वो बेहद शानदार एवं प्रेरित करने वाला वाकया था।" अभिनेत्री ने कहा, "उनकी कहानी को बड़े पर्दे पर पूरी तरह उतारा जाए ये सुनिश्चित करना हम सभी के लिए बड़ी जिम्मेदारी है। ये एक कठिन और चुनौतीपूर्ण काम है।"

श्रद्धा ने आगे कहा कि "मैंने जब खेलना शुरू किया तो मुझे खेल से प्यार हो गया। मैं जिस दिन भी बैडमिंटन का अभ्यास करती हूं, मेरा दिन एकदम अलग होता है और जब मैं नहीं खेलती तब मैं एक अलग इंसान होती हूं। मैं आमतौर पर सुबह छह बजे खेलना शुरू करती हूं और करीब दो घंटे तक खेलती हूं।"
 

Created On :   18 Sept 2017 1:04 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story