शूजित सरकार माहवारी से जुड़ी रूढ़िवादी विचारों के खिलाफ बोले

Shujit government spoke against conservative ideas related to menstruation
शूजित सरकार माहवारी से जुड़ी रूढ़िवादी विचारों के खिलाफ बोले
शूजित सरकार माहवारी से जुड़ी रूढ़िवादी विचारों के खिलाफ बोले
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  • शूजित सरकार माहवारी से जुड़ी रूढ़िवादी विचारों के खिलाफ बोले

मुंबई, 30 जनवरी (आईएएनएस)। भारत में महिलाएं आज भी माहवारी (पीरियड्स) को लेकर समाज की घिसी-पिटी सोच का सामना कर रही हैं और उनसे निपटने के लिए निंरतर संघर्ष कर रही हैं। इसी के मद्देनजर फिल्मकार शूजित सरकार ने को सरस्वती पूजा के मौके पर इंस्टाग्राम पर एक बेहद ही खूबसूरत नोट साझा किया है।

अपने इस पोस्ट में शूजित ने इस बात का संकेत दिया है कि हमें महान संतों से सीख लेनी चाहिए और मासिक धर्म से जुड़ी हमारे दिमाग में मौजूद पुरानी सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए।

रामकृष्ण परमहंस और मां शारदा का उदाहरण देते हुए शूजित ने लिखा, शारदा मां अपने मासिक धर्म के दौरान नियमित रूप से ईश्वर की आराधना करती थीं..रामकृष्ण ने बताया था कि कौन कहता है कि मासिक धर्म अशुद्ध है? आपके शरीर का कौन सा हिस्सा अपवित्र है? पवित्रता इंसान के दिमाग और उसकी आत्मा में होती है।

फिल्मकार ने इसके साथ ही लोगों को सरस्वती पूजा की शुभकामनाएं भी दीं।

Created On :   30 Jan 2020 11:01 AM GMT

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