‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर हंगामा बेवजह, इसे तो ऑस्कर में भेजा जाना चाहिए : अनुपम खेर

The Accidental Prime Minister should get nominated for oscars says anupam kher
‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर हंगामा बेवजह, इसे तो ऑस्कर में भेजा जाना चाहिए : अनुपम खेर
‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर हंगामा बेवजह, इसे तो ऑस्कर में भेजा जाना चाहिए : अनुपम खेर
हाईलाइट
  • अनुपम खेर ने The Accidental Prime Minister को लेकर मीडिया से बातचीत की।
  • अनुपम खेर ने कहा है कि इस फिल्म को ऑस्कर के लिए भेजा जाना चाहिए।
  • खेर ने युवा कांग्रेस के हंगामे पर कहा कि वह जितना हंगामा करेंगे
  • फिल्म को उतनी पब्लिसिटी मिलेगी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर की फिल्म The Accidental Prime Minister का ट्रेलर लॉन्च होते ही सुर्खियों में आ गई है। इस फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का रोल निभा रहे अनुपम खेर ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि इस फिल्म को ऑस्कर के लिए भेजा जाना चाहिए। खेर ने युवा कांग्रेस के हंगामे पर कहा कि वह जितना हंगामा करेंगे, फिल्म को उतनी पब्लिसिटी मिलेगी। बता दें कि शुक्रवार को रिलीज हुए ट्रेलर में कई ऐसे डायलॉग हैं, जिससे कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल खड़ा हो सकता है।

अनुपम खेर ने कहा, "कुछ लोग इसे बैन करने की बात कर रहे हैं। मैं कहना चाहता हूं कि बेन किंग्सले ने गांधी का रोल किया, उन्हें ऑस्कर मिला। मेरिल स्ट्रीप ने आयरन लेडी के नाम से मशहूर ब्रिटेन की पूर्व पीएम मार्गरेट थैचर का रोल किया, उन्हें भी ऑस्कर मिला। ऐसे में इस फिल्म को भी ऑस्कर के लिए भेजा जाना चाहिए। उसमें भी यह फिल्म कांग्रेस के नेता पर बनी है। इसके लिए उन्हें खुश होना चाहिए और मूवी देखने के लिए भीड़ भेजनी चाहिए। इस फिल्म में ऐसे कई डायलॉग हैं जिससे लगता है कि मनमोहन सिंह कितने महान हैं।" 

 

 

इस दिग्गज अभिनेता ने कहा, "अगर हम जलियांवाला बाग या होलोकॉस्ट या किसी भी ऐसे घटनाओं पर मूवी बनाते हैं, तो उसको वैसे ही प्रदर्शित करेंगे, न कि उसको बदल देंगे। हमने इस मूवी में भी यही किया है। यह मूवी संजय बारू की किताब पर लिखी गई है और सभी जानते हैं वह मनमोहन सिंह के कितने करीबी थे। हालांकि इस बुक के रिलीज होने के बाद लोगों ने इसे नजरअंदाज कर दिया था, तो अब इतना हल्ला करने की क्या जरूरत है।"

खेर ने यूथ कांग्रेस द्वारा इस मूवी का बहिष्कार करने को लेकर कहा कि उन्होंने मुझे खत लिखा था, जिसे मैंने इग्नोर कर दिया। खेर ने कहा, हमने फिल्म सेंसर बोर्ड को दिखाई है, जब उन्हें इसपर कोई प्रॉब्लम नहीं है, तो किसी और को दिखाने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। वह जितना हंगामा करेंगे, फिल्म को उतनी ही पब्लिसिटी मिलेगी। वैसे भी हाल ही में मैंने राहुल गांधी का ट्वीट पढ़ा था। उन्होंने उसमें अभिव्यक्ति की आज़ादी पर उन्होंने खूब बोला था। ऐसे में राहुल गांधी को यूथ कांग्रेस को डांटना चाहिए कि वह गलत कर रहे हैं।"

 

 

खेर ने कहा, "मैंने जब मनमोहन स‍िंह को देखा, तो उनका बात करने और चलने का तरीका बहुत मुश्किल लगा। राजनीत‍िक दृश्टिकोण से यह बहुत महत्‍वपूर्ण फ‍िल्‍म थी, इसल‍िए मैंने ये फ‍िल्‍म करने का फैसला क‍िया। उनका रोल मेरे ल‍िए काफी चैलेंज‍िग था और इस लुक में तो मेरी मां भी मुझे नहीं पहचान पाई। मैंने इस फिल्म इंडस्ट्री को 35 साल दिए हैं और करीब 515 फिल्‍में की है, लेकिन यह फिल्म सबसे कठ‍िन फ‍िल्‍म है। भविष्य में जब फ‍िल्‍मों का इत‍िहास ल‍िखा जाएगा तो इस फ‍िल्‍म का नाम पहले ल‍िया जाएगा।"

बता दें कि यह फिल्म संजय बारू की किताब "The Accidental Prime Minister" पर आधारित है। ये फिल्‍म 11 जनवरी को रिलीज हो रही है। संजय बारू मई 2004 से अगस्त 2008 तक पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार के पद पर कार्यरत रह चुके हैं। विजय रत्नाकर गुट्टे के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अनुपम खेर, मनमोहन सिंह के रोल में हैं। सोनिया गांधी का रोल जर्मन एक्ट्रेस सुजैन बर्नेट और राहुल के रोल में अर्जुन माथुर नजर आएंगे। अहाना कुमरा प्रियंका गांधी और दिव्या सेठ मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर की भूमिका में हैं।

 

 

Created On :   28 Dec 2018 2:39 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story