बप्पी लाहिरी को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने किया सम्मानित
- बप्पी लहिरी को उनके मशहूर गाने "जिम्मी जिम्मी आजा आजा" के लिए यह सम्मान मिला है।
- बप्पी लहिरी को लंदन के प्रतिष्ठित वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स द्वारा सम्मानित किया गया है।
- यह सम्मान उन्हें विश्व संगीत में अपने सराहनीय योगदान के लिए दिया गया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बप्पी लाहिरी को लंदन के प्रतिष्ठित वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स द्वारा सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें विश्व संगीत में अपने सराहनीय योगदान के लिए दिया गया है। बप्पी लाहिरी को उनके मशहूर गाने "जिम्मी जिम्मी आजा आजा" के लिए यह सम्मान मिला है। मीडिया से अपनी बातचीत के दौरान बप्पी ने बताया कि, "यह पांच दशक और लगभग 600 फिल्मों की एक बड़ी यात्रा है, सारे गानों में से यह गाना मेरे लिए बहुत ज्यादा खास रहा है। इस गाने ने ना केवल भारत में अपनी पहचान बनाई बल्कि इस गाने के दुनिया भर में कई प्रशंसक हैं। इस सम्मान से मेरी आंखें नम है, यह मेरे फैन्स का प्यार ही है जो मुझे आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता है। यह गाना 1982 में आई फिल्म डिस्को डांसर में मिथुन चक्रवर्ती पर फिल्माया गया था। इस गाने को रूसी और चीनी भाषा में भी ट्रांसलेट किया गया, जिसके बाद यह गाना एडम सैंडलर्स की फिल्म "यू डोंट मेस विद जोहान" का हिस्सा बना।
लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स के प्रेसिडेंट संतोष शुक्ला ने बताया कि, "हम दुनिया में किसी निश्चित कारण से जन्म लेते हैं, जिससे कि हम अपनी छुपी हुई आंतरिक क्षमताओं से दुनिया में कुछ विशिष्ठ योगदान दे सके। शुक्ला के अनुसार यह दुनिया के सभी लोगों को अपनी अनोखी, असाधारण प्रतिभा को प्रदर्शित करने और उससे विश्व को प्रेरित करने का मंच है। बता दें कि वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स (लंदन), दुनिया भर के विश्व रिकार्ड्स की सूची बनाता है और उन्हें सत्यापित करता है।
पश्चिम बंगाल के जलपायगुड़ी में जन्मे आलोकेश लाहिरी यानी बप्पी दा तीन साल की उम्र में ही तबला बजाने में निपुण हो गए थे। 1973 में उन्हें म्यूजिक निर्देशक के तौर फिल्म नन्हा शिकारी से इंडस्ट्री में पहला ब्रेक मिला, लेकिन बप्पी दा ने सफलता का स्वाद साल 1975 में आई फिल्म जख्मी से चखा। 2014 में बप्पी दा पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी थे, पर वह चुनाव नहीं जीत सके।
Created On :   1 May 2018 6:15 PM IST