भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर विनोद कापड़ी ने दिया ये बड़ा बयान
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मीडिया पर्सन से निर्देशक बने विनोद कापड़ी ने गोवा में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में पद्मावती को लेकर चल रहे विवादों पर कहा कि "जो कुछ भी हो रहा है काफी चिंताजनक है। यह आम नागरिकों और फिल्म बनाने वालों के लिए भयावह है। यदि हम एक महान फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली के साथ इस तरह का व्यवहार करते हैं तो मैं सिनेमा के भविष्य को लेकर चिंतित हूं। सरकार को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा करनी चाहिए।"
उन्होंने कहा कि “क्या अच्छा, क्या बुरा, यह तय करने के लिए एक सेंसर बोर्ड बनाया गया है। इस बोर्ड का सम्मान करना चाहिए या हमें सेंसर बोर्ड को ही बंद कर देना चाहिए। अगर सेंसर बोर्ड है, तो करणी सेना सहित सभी को इसकी गरिमा का सम्मान करना चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं कर रहे हैं तो यह गलत है।" कापड़ी ने कहा कि भंसाली राजपूत रानी पद्मावती की गौरवगाथा और बलिदान को बड़े पर्दे पर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। इससे किसी को क्या आपत्ति होनी चाहिए। इस फिल्म को राजनीति की नजर लग गई है।
फिल्म निर्माता को न सिर्फ शूटिंग के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा बल्कि रिलीज डेट नजदीक आते-आते धमकियों का भी सामना करना पड़ रहा है और यह सब कुछ हमारे देश में हो रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसमें राजपूत रानी को गलत ढंग से पेश किया गया है, लेकिन भंसाली ने इस आरोप का खंडन किया है। बता दें कि बीते दिन ही इस फिल्म को ब्रिटेन में रिलीज करने की सहमति मिल गई थी, लेकिन अभ सुनने में आ रहा है कि इस फिल्म को ब्रिटेन में भी रिलीज होने से रोका जाएगा।
कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने तो रिलीज होने से पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है। कापड़ी ने कहा कि "सरकार इस तरह के कृत्यों को संभालने में सक्षम है, मुझे लगता है कि सरकार को एक स्टैंड लेना चाहिए और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करनी चाहिए।" बता दें कि उनकी फिल्म "पीहू" ने गोवा में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में भारतीय इंडियन पैनोरमा खंड के उद्घाटन में मराठी फिल्म "न्यूड" की जगह ली है।
Created On :   24 Nov 2017 10:59 AM IST