The Tashkent files में खुलेंगे लाल बहादुर शास्त्री जी की मौत के राज

Vivek Agnihotri announced a film on former PM Lal Bahadur Shastri
The Tashkent files में खुलेंगे लाल बहादुर शास्त्री जी की मौत के राज
The Tashkent files में खुलेंगे लाल बहादुर शास्त्री जी की मौत के राज

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री पर फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने बायोपिक बनाने की घोषणा कर दी है। इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह और मिथुन चक्रवर्ती जैसे दिग्गज अभिनेता नजर आएंगे। इस फिल्म का नाम "द ताशकंद फाइल्स" होगा। विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि स्वतंत्र भारत के सबसे बड़े रहस्य पर बनने वाली फिल्म के लिए जरूरी है कि हम महान कलाकारों के साथ विश्वसनीयता से काम करें। इस विषय पर फिल्म बनाने की घोषणा विवेक ने पिछले साल ही शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर ही कर दी थी। उन्हें पता था कि इस फिल्म को बनाने के लिए बहुत सारी रिसर्च करनी पड़ेगी। इसलिए इसलिए इस प्रोजेक्ट पर पूरा साल दिया गया। उनकी इस रिसर्च में जनता ने भी उनकी बहुत मदद की, क्योंकि लाल बहादुर शास्त्री की मौत की कई सारी थ्योरीज पब्लिक डोमेन में घूमती हैं।

 

 

 

 

कई शोध के बाद बन रही फिल्म

 

विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट कर कहा कि "इस दिन हमारे दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की ताशकंद में रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई थी। यह हृदयाघात था या उन्हें जहर दिया गया था? 52 साल बाद भी आजाद भारत में गुप्त रखी गई इस बात का खुलासा नागरिकों, उनके परिजनों व समर्थकों के समक्ष नहीं हुआ है। कई साल के शोध के बाद मैं यह फिल्म बनाने जा रहा हूं।"

 

 


 

फिलहाल लाल बहादुर शास्त्री के किरदार के लिए अभी तक किसी भी कलाकार का चयन नहीं किया गया है। निर्देशक ने कहा कि इस भूमिका के लिए वह एक प्रसिद्ध कलाकार का चुनाव करेंगे। इसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी। विवेक ने ये भी कहा ‘ये शास्त्री जी की जीवन पर पर सबसे बेहतरीन रिसर्च है। एक ‘पॉलिटिकल लीडर’ पर बनने वाली अब तक की सबसे ‘अपॉलिटिकल’ फिल्म है’। बता दें कि फिल्म की शूटिंग भी जल्द ही शुरू की जाएगी। 

 


 
 

विवेक अग्निहोत्री ने आगे लिखा “हिंदुस्तान का नागरिक होने के नाते, ये हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है कि हमारे दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मौत कैसे हुई ये जानें, क्योंकि कुछ लोग कहते हैं कि उनकी नैचुरल डेथ हुई थी जबकि कुछ लोगों को संदेह लगता है। मैं इसी रहस्य को फिल्म "द ताशकंद फाइल्स" के जरिए सुलझाने की कोशिश करने जा रहा हूं।” बता दें कि लालबहादुर शास्त्री की मौत करीब पांच दशक गुजर जाने के बाद भी अभी तक उनकी मौत पर रहस्य ही बना हुआ है।

 

 

 

 

ताशकंद शहर में हुआ था ऐतिहासिक शांति समझौता 

 

10 जनवरी 1966 को शास्त्री जी ने पाकिस्तानी सैन्य शासक जनरल अयूब खान के साथ उज्बेकिस्तान के ताशकंद शहर में ऐतिहासिक शांति समझौता किया था। जब भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 का युद्ध खत्म हो गया था। इसके बाद ही आश्चर्यजनक रुप से उसी रात शास्त्रीजी का कथित तौर पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। बता दें, शास्त्रीजी पहले व्यक्ति थे, जिन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से नवाजा गया था।

Created On :   13 Jan 2018 6:37 AM GMT

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