MOVIE REVIEW:एजुकेशन सिस्टम में लगी सेंध की कहानी है वाय चीट इंडिया, इन पांच वजहों से देखें फिल्म 

Why Cheat India Movie Review: watch the film for story and dialogues
MOVIE REVIEW:एजुकेशन सिस्टम में लगी सेंध की कहानी है वाय चीट इंडिया, इन पांच वजहों से देखें फिल्म 
MOVIE REVIEW:एजुकेशन सिस्टम में लगी सेंध की कहानी है वाय चीट इंडिया, इन पांच वजहों से देखें फिल्म 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। इमरान हाशमी लंबे वक्त बाद फिल्म "वाय चीट इंडिया" में नजर आ रहे हैं। ये फिल्म शुक्रवार 18 जनवरी को रिलीज हो गई। फिल्म के पहले शो के बाद लोगों के रिएक्शन काफी पॉजीटिव देखने को मिल रहे हैं। फिल्म की कहानी शिक्षा व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार पर बनी है। इमरान इस फिल्म में राकेश सिंह का किरदार कर रहे हैं, जो पैसे लेकर परीक्षाओं में अमीर स्टूडेंट्स को पास कराने के लिए उनकी जगह होशियार स्टूडेंट्स को एग्जाम देने भेजता है। बॉलीवुड में एजुकेशन सिस्टम पर सवाल उठाती "तारे जमीन पर", "थ्री इडियट्स", "आरक्षण", "निल बटे सन्नाटा", "चॉक एंड डस्टर" जैसी कई फिल्में बनीं हैं, मगर ये पहली बार है, जब शिक्षा तंत्र को चाटने वाली दीमक अर्थात चीटिंग माफिया को इस तरह से दिखाया गया है। फिल्म में कितना दम हो सकता है आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते है कि सीरियल किसर के नाम से जाने जाने वाले इमरान हाशमी ने इस फिल्म के जरिए खुद को अभिनेता के रूप में ही सीमित नहीं किया बल्कि निर्माता बनने का फैसला भी किया। तो अगर आप फिल्म देखने का प्लान बना रहे हैं तो पहले जानें कैसी है फिल्म?

 

कहानी

राकेश सिंह उर्फ रॉकी (इमरान हाशमी) अपने परिवार और सपनों को पूरा करने के लिए चीटिंग की दुनिया में निकल पड़ता है। राकेश वह माफिया है जो शिक्षा व्यवस्था की खामियों का जमकर फायदा उठाता है। राकेश गरीब और अच्छे पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को इस्तेमाल करता है। वो उन गरीब बच्चों से अमीर बच्चों की जगह एंट्रेंस एग्जाम्स दिलवाता है और बदले में उन्हें पैसे देता है। उसे लगता है कि अमीर बच्चों से पैसे लेकर गरीब बच्चों को उनकी जगह एग्जाम दिलाकर और उन्हें पैसे देकर वो कोई अपराध नहीं कर रहा है, लेकिन फिर तभी उसका एक गेम गलत हो जाता है और वो पुलिस के हत्थे चढ़ जाता है। अब उसके बाद क्या होता है ये तो आपको फिल्म देखकर पता चलेगा।

लेखक-निर्देशक सौमिक सेन ने विषय पर अपनी कसी हुई पकड़ रखी, जिसके तहत वह एजुकेशन सिस्टम में फैले भ्रष्टाचार को परत दर परत खोलते हैं। उन्होंने सिस्टम के अंदर की खामियों के साथ बच्चों पर डॉक्टर, इंजीनियर, एमबीए बनने के दबाव का रियलिस्टिक चित्रण किया है। वे यह बताने से नहीं चूकते कि एजुकेशन लोन के बोझ तले दबा बाप अपने बच्चे को इन्वेस्टमेंट के रूप में नहीं देखेगा, तो जीते जी मर जाएगा। इसके बावजूद स्क्रीनप्ले चुस्त होता, तो कहानी को और ज्यादा धारदार बनाया जा सकता था। इंटरवल के बाद फिल्म की पकड़ कुछ छूटती है। प्री क्लाइमेक्स दिलचस्प है, मगर क्लाइमेक्स को और शॉकिंग बनाया जा सकता था। 


अभिनेता के रूप में इमरान हाशमी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। राकेश उर्फ रॉकी के रूप में इस चीटिंग के धंधे का सर्वेसर्वा होने के उसके अपने जस्टिफिकेशन हैं और वह जस्टिफिकेशन इमरान की व्यंग्यात्मक मुस्कान से लेकर बॉडी लैंग्वेज में भी नजर आता है। हीरो और विलन के इस बीच की भूमिका को निभाते हुए इमरान के लिए अंतर की रेखा बहुत महीन रही होगी, मगर उन्होंने उसे कहीं भी एक्स्ट्रीम नहीं होने दिया। नए चेहरों में श्रेया और स्निग्धादीप ने बहुत फ्रेश और सहज अभिनय किया है। सहयोगी कास्ट परफेक्ट हैं। फिल्म में कई संगीतकारों की मौजूदगी में "दिल में हो तुम", "कामयाब", "फिर मुलाकात" जैसे गाने अच्छे बन पड़े हैं। 


इसलिए देखे सकते हैं फिल्म

इन सबके इतर फिल्म में 5 बातें ऐसी जिन वजहों से फिल्म को देखना चाहिए। एक नजर डालते हैं फिल्म को देखने की 5 वजहों पर।

 

इमरान हाशमी का इमेज मेकओवर

सीरियल किसर के नाम से मशहूर इमरान हाशमी फिल्म देखने की सबसे बड़ी वजह है।सोशल ड्रामा बेस्ड मूवी से एक्टर अपनी छवि को बदल रहे हैं। रोमांटिक हीरो इमरान अब अलग-अलग किरदार निभाकर अपनी एक्टिंग में वैरायटी ला रहे हैं। 


एजुकेशन सिस्टम को आइना दिखाती फिल्म

मूवी भारतीय एजुकेशन सिस्टम की गड़बड़ियों को हाईलाइट करती है। कंटेंट नया है, गंभीर मुद्दे को एंटरटेनिंग फ्लेवर के साथ दिखाने की मेकर्स की कोशिश कमाल की है। चीटिंग माफिया को फोकस करती मूवी में पढ़ाई को लेकर बच्चों के ऊपर बढ़ते प्रेशर के बारे में बताया गया है।


मूवी के शानदार डायलॉग और पंच

वाय चीट इंडिया में जबरदस्त डायलॉग हैं, जो कि दर्शकों का ध्यान खींचते हैं। इमरान हाशमी के कई डायलॉग ट्रेंड में हैं।

 

श्रेया का डेब्यू

फिल्म से श्रेया बॉलीवुड में डेब्यू कर रही हैं. इससे पहले वे "लेडीज रूम" नामक बेव सीरीज में दिखी हैं, इसी से उन्हें पॉपुलैरिटी मिली। इमरान हाशमी के साथ उनकी केमिस्ट्री शानदार बन पड़ी है। देखना होगा कि वे पहली फिल्म में दर्शकों को कितना इंप्रेस करेंगी।

 

म्यूजिक

इमरान हाशमी की फिल्मों की सबसे बड़ी खासियत उनका म्यूजिक होता है. वाय चीट इंडिया के गाने चार्टबस्टर पर धूम मचा रहे हैं। हिट गाने फिल्म की पॉपुलैरिटी बढ़ाने में काफी मदद करते हैं।

Created On :   18 Jan 2019 11:29 AM IST

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