FISM World Championship of Magic 2025: सुहानी शाह ने FISM वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ मैजिक 2025 में बेस्ट मैजिक क्रिएटर का खिताब जीता

सुहानी शाह ने FISM वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ मैजिक 2025 में बेस्ट मैजिक क्रिएटर का खिताब जीता
“एक ऐसे देश के लिए जिसकी जादू की परंपरा प्राचीन लेकिन अक्सर उपेक्षित रही है, यह जीत भारत को वैश्विक मंच पर मजबूती से प्रस्तुत करती है,” — सुहानी शाह

इटली | 28 जुलाई: भारतीय मेंटलिस्ट और डिजिटल क्रिएटर सुहानी शाह ने FISM वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ मैजिक 2025 में “बेस्ट मैजिक क्रिएटर” का प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया है। मैजिक की दुनिया का "ओलंपिक" माने जाने वाला FISM (Fédération Internationale des Sociétés Magiques) दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मंच है, और सुहानी की यह जीत भारतीय जादू की वैश्विक स्तर पर एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।

सुहानी शाह ने जैक रोड्स, जैसन लाडेनी और मोहम्मद इमानी जैसे विश्वप्रसिद्ध कलाकारों को पीछे छोड़ते हुए यह पुरस्कार हासिल किया। यह श्रेणी FISM द्वारा 2025 में शुरू किए गए ऑनलाइन मैजिक अवॉर्ड्स का हिस्सा है, जो यूट्यूब, इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अपनी कला को नया आयाम देने वाले जादूगरों को सम्मानित करता है।

ऐतिहासिक जीत

यह पहली बार है जब किसी भारतीय को इस पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया और उन्होंने जीत भी हासिल की। आमतौर पर पुरुषों के प्रभुत्व वाले इस क्षेत्र में, सुहानी शाह उन गिनी चुनी महिलाओं में से हैं जिन्हें इस स्तर पर मान्यता मिली है। उनकी यह जीत केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि प्रतीकात्मक है — यह भारतीय जादू, परफॉर्मिंग आर्ट्स में महिलाओं की भागीदारी, और डिजिटल कंटेंट के ज़रिए पारंपरिक कला के नए रूप को स्वीकारने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

“एक ऐसे देश के लिए जिसकी जादू की परंपरा प्राचीन लेकिन अक्सर उपेक्षित रही है, यह जीत भारत को वैश्विक मंच पर मजबूती से प्रस्तुत करती है,” — सुहानी शाह

“FISM जैसे मंच पर मान्यता मिलना केवल मेरी मेहनत का सम्मान नहीं बल्कि जादू को आधुनिक, प्रासंगिक और भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ बनाने के मिशन की भी पुष्टि है।”

सुहानी शाह के बारे में

सुहानी शाह ने अपनी जादुई यात्रा सात साल की उम्र में शुरू की थी, जब वह स्कूल की पढ़ाई से पहले ही स्टेज पर परफॉर्म कर रही थीं। वर्षों में वह मेंटलिज्म की दुनिया की अग्रणी कलाकार बन चुकी हैं — जहां वह मनोवैज्ञानिक भ्रम, व्यवहारिक विज्ञान और कहानी को मिलाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती।

डिजिटल दुनिया में भी उनकी प्रभावशाली उपस्थिति है: यूट्यूब पर उनके 45 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं और इंस्टाग्राम पर 21 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स, जिससे वह दुनिया की सबसे ज़्यादा फॉलो की जाने वाली मेंटलिस्ट बन चुकी हैं।

सिर्फ मनोरंजन नहीं, सुहानी एक सांस्कृतिक शक्ति बन चुकी हैं, जिन्होंने मेंटलिज्म की गंभीर और बौद्धिक कला को मुख्यधारा में लाने में अहम भूमिका निभाई है।

भारतीय जादू की नई पहचान

सुहानी की यह जीत सिर्फ उनकी नहीं यह भारत के सभी जादूगरों की दृश्यता का प्रतीक है। यह साबित करता है कि भारतीय कलाकार भी वैश्विक स्तर पर रचनात्मकता और नवाचार की दिशा में नेतृत्व कर सकते हैं। यह भारत के जादू के समृद्ध विरासत का प्रमाण है, जो अब विकसित हो रहा है, फल-फूल रहा है, और वैश्विक मंच पर अपनी बात कहने में सक्षम है।

इसके साथ ही, यह जीत लिंग और भौगोलिक बाधाओं को भी तोड़ती है। एक ऐसे क्षेत्र में जहां अब तक पुरुषों और पश्चिमी देशों का बोलबाला रहा है, सुहानी शाह ने एक नया मानक स्थापित किया है।

पुरस्कार के बारे में

बेस्ट मैजिक क्रिएटर अवॉर्ड FISM के ऑनलाइन मैजिक अवॉर्ड्स का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत 2025 में हुई थी। यह पुरस्कार उन जादूगरों को सम्मानित करता है जो डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अनोखा कंटेंट बनाकर वैश्विक दर्शकों को जोड़ते हैं। यह श्रेणी इस बात को रेखांकित करती है कि आज के युग में जादू का प्रचार-प्रसार डिजिटल माध्यमों से तेजी से हो रहा है।

FISM क्या है?

FISM की स्थापना 1948 में हुई थी और यह दुनिया का सबसे बड़ा जादू संगठनों का महासंघ है, जिसमें 100 से अधिक जादू संगठनों और 80,000 से ज्यादा जादूगर जुड़े हुए हैं।

यह हर तीन साल में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ मैजिक आयोजित करता है, जहां स्टेज मैजिक, क्लोज-अप मैजिक और अब ऑनलाइन मैजिक को भी सम्मानित किया जाता है।

FISM

2025 का आयोजन 14 से 19 जुलाई तक इटली के ट्यूरिन शहर में हुआ, जिसमें 50+ देशों के 2,500 से अधिक जादूगर शामिल हुए। इस आयोजन की अध्यक्षता FISM के अध्यक्ष एंड्रिया बायोनी ने की, और ऑनलाइन अवॉर्ड्स के निर्णायक मंडल में डायनामो, क्रिस रामसे, जेवियर मोर्टिमर, टॉम एल्डरफील्ड और एकातेरिना जैसे मश हूर जादूगर शामिल थे।

यह जीत क्यों मायने रखती है:

 वैश्विक मान्यता: दुनिया के सबसे बड़े मैजिक मंच से मिली यह जीत भारत को जादू की आधुनिक कला में अग्रणी बनाती है।

 सांस्कृतिक मील का पत्थर: पहली भारतीय और चुनिंदा महिलाओं में शामिल होकर सुहानी ने नई पीढ़ी के लिए रास्ता खोला है।

 क्रिएटर्स के लिए प्रेरणा: एक बाल कलाकार से लेकर डिजिटल मेंटलिज्म की ग्लोबल आइकन बनने तक का उनका सफर उन सभी के लिए उदाहरण है जो परंपरा और तकनीक को साथ लाना चाहते हैं।

आगे की राह

FISM में सुहानी शाह की यह जीत सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारत, महिलाओं और डिजिटल युग के जादू के लिए एक मील का पत्थर है।

यह साबित करता है कि जब जादू सच्चाई और आधुनिक तकनीक से जुड़ता है, तो वह न केवल मनोरंजक बल्कि गहराई से विचारोत्तेजक भी बन सकता है।

भारतीय कलाकारों और क्रिएटर्स के लिए यह एक स्पष्ट संदेश है:

दुनिया देख रही है — और तालियाँ बजाने को तैयार है।

https://youtube.com/@suhanishah?si=fVsAhCUWNxtyWHDW

Created On :   29 July 2025 1:13 PM IST

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