फिल्म उदयपुर फाइल्स पर लगी रोक: जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने दी ये प्रतिक्रिया, कहा - "फिल्म पर रोक नहीं है, बल्कि सांप्रदायिक तत्वों के इरादों.."

- हिंदी फिल्म उदयपुर फाइल्स पर लगी अंतरिम रोक
- "ऐसे आपत्तिजनक मूवी बनाई गई थी, लेकिन वह इतनी घिनौनी"
- "आपत्तिजनक दृश्य हटाए जाने के बावजूद फिल्म"
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदी फिल्म उदयपुर फाइल्स अभी कुछ समय के लिए रिलीज नहीं होगी। इसके लिए हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई थी। जिस पर अदालत ने कार्रवाई करते हुए अंतरिम रोक लगा दी है। इस मामले को लेकर जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने गुरूवार को कहा कि हम अदालत के इस फैसले का स्वागत करते हैं।
अध्यक्ष मौलाना ने कहा, "हम अंतिम निर्णय का इंतज़ार कर रहे थे, लेकिन दिनभर की सुनवाई के बाद जो नतीजा सामने आया, वह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि आपत्तिजनक दृश्य हटाए जाने के बावजूद फिल्म में अब भी ऐसा सीन मौजूद है जो हमारे समाज में नफरत का जहर फैला सकता है।"
मौलाना मदनी ने आगे बताया, "फिल्म की स्क्रीनिंग पर स्टे और अदालत के अन्य आदेशों ने संविधान की सर्वोच्चता को मजबूत किया है। यह एक स्पष्ट संदेश भी देता है कि कला और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर कोई भी व्यक्ति संवैधानिक और नैतिक सीमाओं का उल्लंघन नहीं कर सकता।"
इस फिल्म के खिलाफ मौलाना मदनी ने याचिका दायर की था। जिसमें उन्होंने कहा था कि हाल ही के सालों में कुछ ऐसे आपत्तिजनक मूवी बनाई गई थी, लेकिन वह इतनी घिनौनी नहीं थी। उन्होंने आगे कहा कि इस फिल्म इतनी हत्या की घटनाएं बताई गई है कि जिसके आड़ में पूरे मुस्लिम समुदाय को कठघरे में खड़ा कर दिया है। जैसे सब अपराधी हो। इस वजह से हमने अदालत का दरवाजा खटखटाया। हमने जो कोशिश की थी, जिसमें हमकों कामयाबी मिली है। हमे पूरा विश्वास है कि आने वाला फैसला भी हमारे पक्ष में आएगा।
अध्यक्ष मदनी ने कहा, "हमारे वकीलों, विशेषकर देश के सबसे प्रतिष्ठित वकीलों में से एक, कपिल सिब्बल ने अदालत को सफलतापूर्वक यह बताया की यह फिल्म देश के बहुलवादी समाज के लिए कितनी खतरनाक हो सकती है।"
मौलाना मदनी ने कहा, "इस फिल्म के बारे में लिया गया फैसला भविष्य के लिए भी एक नजीर माना जाएगा और अन्य फिल्म निर्माताओं को भी एक बड़ा सबक मिलेगा जो फिरकापरस्त ताकतों को खुश करने की नापाक मंशा से ऐसी फिल्में बनाकर देश की शांति, एकता और सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं।"
Created On :   11 July 2025 12:08 AM IST