फर्जी बिल मामला सुलझाने के लिए भारतीय मूल की कार्डियोलॉजिस्ट चुकाएंगी 4 लाख डालर

- फर्जी बिल मामला सुलझाने के लिए भारतीय मूल की कार्डियोलॉजिस्ट चुकाएंगी 4 लाख डालर
न्यूयार्क, 2 जुलाई (आईएएनएस)। अमेरिका में भारतीय मूल की एक हृदय रोग विशेषज्ञ और उनकी कंपनी के प्रशासक एक फर्जी बिल मामले को सुलझाने के लिए 400,000 डालर का भुगतान करने पर सहमत हुए हैं। इन पर आरोप है कि इन्होंने वरिष्ठ नागरिकों के लिए सरकार के स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम मेडिकेयर को फर्जी बिल सौंपे थे।
दक्षिणी टेक्सास के संघीय अभियोजक रेयान पैट्रिक ने बुधवार को कहा कि हृदय रोग विशेषज्ञ व ह्यूस्टन स्थित कंपनी की मालिक एनी वर्गीज (57) और कंपनी के प्रशासक 64 वर्षीय बाबू वर्गीज ने झूठे दावा अधिनियम (एफसीए) के उल्लंघन के आरोपों को निपटाने के लिए भुगतान करने पर सहमति व्यक्त की है।
अभियोजन पक्ष के कार्यालय ने कहा कि आरोप तब सामने आए जब एक पूर्व कार्डियोलॉजिस्ट ने एफसीए के तहत एक मुकदमा दायर किया जो व्हिसलब्लोअर को सरकार की ओर से मामले दर्ज करने और कार्रवाई से प्राप्त आय के हिस्से का हकदार होने की अनुमति देता है।
आरोपों में से एक यह है कि एनी की कंपनी ने देश में उनके नहीं होने पर भी सेवाओं के लिए मेडिकेयर को उन्हीं के नंबर के तहत बिल भेजे थे।
एक अन्य आरोप यह है कि मेडिकेयर को ऐसी सेवाओं के लिए बिल भेजे गए जो उचित और चिकित्सकीय रूप से आवश्यक नहीं थीं।
संघीय जांच ब्यूरो के विशेष एजेंट चार्ज पेरी टर्नर ने कहा, गैर जरूरी सेवाओं या उपलब्ध नहीं कराई गई सेवाओं के लिए मेडिकेयर को बिल भेजना फ्रॉड के दायरे में आता है।
कभी-कभी महंगी या जटिल मुकदमेबाजी से बचने के लिए सरकार आरोपियों को भुगतान या मुआवजा चुकाने का मौका देकर अदालत के बाहर मामला निपटाने का अवसर देती है। हालांकि, इस मामले में समझौता करते समय उन्होंने कोई स्वीकारोक्ति नहीं की। अभियोजक के कार्यालय ने कहा कि वे कानूनी रूप से केवल आरोप हैं, जिन पर दायित्व का कोई निर्धारण नहीं है।
Created On :   2 July 2020 6:00 PM IST