लॉकडाउन : दिल्ली पुलिस के अलग-अलग चेहरे, कहीं मदद तो कहीं फेंकी सब्जियां

Lockdown: Different faces of Delhi Police, help thrown vegetables somewhere
लॉकडाउन : दिल्ली पुलिस के अलग-अलग चेहरे, कहीं मदद तो कहीं फेंकी सब्जियां
लॉकडाउन : दिल्ली पुलिस के अलग-अलग चेहरे, कहीं मदद तो कहीं फेंकी सब्जियां
हाईलाइट
  • लॉकडाउन : दिल्ली पुलिस के अलग-अलग चेहरे
  • कहीं मदद तो कहीं फेंकी सब्जियां

नई दिल्ली, 26 मार्च (आईएएनएस)। कोरोना जैसी महामारी से निपटने में जुटे देश-दुनिया में दिल्ली पुलिस के दो अलग-अलग चेहरे नजर आ रहे हैं। कुछ स्थानों पर झुग्गी झोपड़ियों में पहुंचकर खुद पुलिस वाले जरुरतमंदों को आवश्यक वस्तुएं मुहैया करा रहे हैं वहीं कुछ इलाकों में दिल्ली पुलिस के कुछ बेकाबू पुलिसकर्मी बेहूदगी पर उतरे हुए दिखाई पड़ रहे हैं।

दिल्ली पुलिस का सबसे क्रूर चेहरा मध्य जिला पुलिस के आनंद पर्वत थाने में तैनात एक सिपाही ने पेश किया। आरोपी सिपाही ने गली-मुहल्ले में जाकर पहले तो सब्जी बेचने वालों पर लाठी भांजी। उसके बाद इस बेखौफ सिपाही ने लॉकडाउन में पहले से बेहाल छोटे-मोटे सब्जी विक्रेताओं की रेहड़ियों पर रखे सामान जमीन पर फेंक दिया।

आईएएनएस की टीमों ने गुरुवार को दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर जो कुछ देखा, उसके मुताबिक सड़क पर लॉकडाउन के दौरान अच्छी पुलिस और बुरी पुलिस दोनों दिखाई दीं। अच्छी पुलिस नजफगढ़, उत्तम नगर, विकासपुरी, राजा गार्डन चौक, रघुवीर नगर, राजौरी गार्डन आदि इलाकों में देखने को मिली।

इन इलाकों में लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर मौजूद सैकड़ों पुलिसकर्मी जरुरतमंदों की मदद करते दिखाई दिए। नजफगढ़, राजौरी गार्डन इलाके में पुलिसकर्मी पिछड़े इलाकों में सामान ले जाकर बांटते दिखाई दिए। पश्चिमी जिले के कई इलाकों में तो पुलिस वाले आमजन को कोरोना से बचाव के उपाय समझाते हुए दिखाई दिए। कई दिन से घरों में बंद होकर रह रहे लोगों को पुलिसकर्मी बताते देखे-सुने गए कि, लॉकडाउन होता क्या है? लॉकडाउन और कर्फ्यू में क्या फर्क है? इस वक्त दिल्ली और देश में आखिर लॉकडाउन क्यों लगाया गया है? आदि-आदि..

नजफगढ़ इलाके में पुलिकर्मी सरकारी वाहनों में भरकर लोगों को सामान पहुंचाते नजर आये। कुछ इलाकों में पुलिसकर्मी सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताते देखे गये। कई स्थानों पर तो खुद पुलिस वालों ने सफेद चॉक से एक एक मीटर की दूरी पर गोल घेरे बनाये। फिर इन घेरों में लोगों को खड़ा होना सिखाया। साथ ही बताया कि इन एक-एक मीटर की दूरी पर बने घेरों में खड़े होने से दो इंसानों के बीच की दूरी बनी रहेगी। इस फार्मूले से सामाजिक दूरी आसानी से पूरी होगी। साथ ही इससे कोरोना की कमर तोड़ने में भी मदद मिलेगी।

यह तो रही बानगी कोरोना की मुसीबत से जूझने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान सजग और मददगार दिल्ली पुलिस की। अब आईएएनएस की टीम आपको इस लॉकडाउन के दौरान परेशान लोगों को जलील करने वाले पुलिसकर्मी की हरकतों से रु-ब-रु करायेगी। दोपहर के वक्त किसी प्रियंका सिंह नाम की महिला/ युवती ने एक वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर वायरल कर दिया। वीडियो में जो कुछ देखने को मिला उसने लॉकडाउन के दौरान दिल्ली पुलिस के तमाम सराहनीय कदमों/कोशिशों पर पानी फेर दिया।

दिल्ली पुलिस की छीछालेदर कराने वाला यह वीडियो किसी तरह मध्य जिले के डीसीपी संजय भाटिया तक भी पहुंच गया। वीडियो में नीले रंग का ट्रैक सूट पहने एक आदमी हाथ में लाठी लिए दिखाई दे रहा है। साथ में कुछ रेहड़ी वाले खड़े हैं। पास ही कुछ महिलाएं रेहड़ी पर सब्जी खरीदने आई दिखाई दे रही हैं। लाठी हाथ में थाने हुए शख्स अचानक पागलों सी हरकतें करने लगता है। वह पहले लाठी के दम पर रेहड़ी वालों में आतंक पैदा करता है। फिर फुटपाथ पर सब्जी से लदी/ भरी रेहड़ियों को एक एक कर सड़क पर फेंकने लगता है।

वीडियो को देखने और जांच कराने के बाद पता चला कि वीडियो सही है। वीडियो पटेल नगर नेहरु नगर (दिल्ली) इलाके का है। जांच में आये तथ्यों के बाद डीसीपी मध्य जिला संजय भाटिया ने आईएएनएस से गुरुवार दोपहर बाद कहा, सब्जी वालों की रेहड़ियां फेंकने वाला दिल्ली पुलिस का ही सिपाही राजवीर निकला है। वीडियो सही है। आरोपी सिपाही राजवीर आनंद पर्वत थाने में फिलहाल तैनात है। उसे पहले मैंने लाइन हाजिर किया था। जांच में आरोप गंभीर और सही पाये गये। लिहाजा मैंने सिपाही को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिये हैं।

Created On :   26 March 2020 12:00 PM GMT

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