शोधकर्ताओं ने पाया है कि दिन में दो-ढाई गिलास संतरे का जूस पीने से मोटापा दूर हो सकता है। इसके साथ ही इससे दिल के रोग और मधुमेह के होने का खतरा भी काफी कम हो जाता है। लिपिड रिसर्च की पत्रिका में प्रकाशित निष्कर्षो के मुताबिक, शोधकर्ताओं द्वारा अपने एक हालिया शोध में संतरों और कीनू में पाए जाने वाले एक ऐसे तत्व की पहचान की है, जिसे नोबिलेटिन के नाम से जाना जाता है। शोध में पाया गया है कि यह रासायनिक यौगिक मोटापे को कम करने और इसके दुष्प्रभावों से छुटकारा दिलाने में काफी कारगर है।
- दिल्ली हिंसा को लेकर अब तक कुल 22 केस दर्ज, एफआईआर में कई किसान नेताओं का ज़िक्र
- राकेश टिकैत ने ली ट्रैक्टर परेड की जिम्मेदारी, कहा- लाल किले पर झंडा किसने लगाया? जवाब दे सरकार
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आज होगी केंद्रीय कैबिनेट की बैठक
- दिल्ली हिंसा: 3 और FIR दर्ज, पुलिस बोली- जैसे-जैसे शिकायत आएगी, कार्रवाई होगी
- दिल्ली: ITO से कनॉट प्लेस और इंडिया गेट जाने वाला रास्ता बंद, मिंटो रोड से कनॉट प्लेस पर भी पाबंदी
Juice Benefits: संतरे के जूस से घटाएं मोटापा, स्किन के लिए भी है फायदेमंद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगर आप भी लंबी आयु और स्वस्थ जीवन की चाह रखते हैं, तो अब से हर रोज संतरे के जूस का सेवन शुरू कर दें, क्योंकि संतरा से के लिए बेहद फायदेमंद होता है। संतरे का जूस पीने से बॉडी में विटामिन सी की कमी दूर होती है। इसके अलावा यह कई गंभीर बीमारियों से बचाने में भी कारगर साबित होता है। संतरे का जूस पीने से स्वास्थ्य और स्किन दोनों को फायदा पहुंचता है। संतरे का जूस पीने से शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता विकसित होती है।
CoronaVirus: स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बोले- भारत आने वाले हर व्यक्ति की होगी जांच


कनाडा में स्थित वेस्टर्न यूनिवर्सिटी से इस अध्ययन के शोधकर्ता मुरे हफ ने कहा, हमने नोबिलेटिन के साथ प्रयोग करना शुरू किया। जिन चूहों में मोटापे के कई नकारात्मक लक्षण थे, इन्हें कम करने के लिए हमने नोबिलेटिन का इस्तेमाल किया और धमनियों की दीवारों के ऊपर और इसके अंदर वसा व कोलेस्टॉल के जमाव पर भी इसके प्रभाव को देखना शुरू किया।

शोधकर्ताओं की टीम ने पाया कि जिन चूहों को उच्च वसा, उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले भोजन के साथ नोबिलेटिन दिया गया, वे काफी दुबले पाए गए। इनमें इन्सुलिन प्रतिरोध के स्तर में भी कमी पाई गई और इनके खून में वसा भी उन चूहों की अपेक्षा कम पाया गया जिन्हें सिर्फ उच्च वसा, उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन दिया गया था।

हालांकि नोबिलेटिन शरीर में किस तरह से काम करता है, इसके बारे में पता लगाना अभी बाकी है। शोधकर्ताओं का ऐसा मानना है कि शायद यह रासायनिक यौगिक शरीर के उस क्षेत्र में प्रभावी है, जो हमारी शरीर में वसा का निर्धारण करता है।
CoronaVirus: ईरान में 23 सांसद संक्रमित, 54 हजार से ज्यादा कैदियों को किया रिहा
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।