महिला व उसके बेटे को गांव में नहीं करने दिया गया प्रवेश

The woman and her son were not allowed to enter the village
महिला व उसके बेटे को गांव में नहीं करने दिया गया प्रवेश
महिला व उसके बेटे को गांव में नहीं करने दिया गया प्रवेश
हाईलाइट
  • महिला व उसके बेटे को गांव में नहीं करने दिया गया प्रवेश

हैदराबाद, 5 जुलाई (आईएएनएस)। तेलंगाना के कामारेड्डी जिले के एक गांव के ग्रामीणों द्वारा एक महिला और उसके बेटे को गांव में प्रवेश न करने देने पर एक बस अड्डे पर तीन दिन बिताने पड़े। गांववालों को डर था कि कहीं वे कोरोनवायरस से संक्रमित न हो जाए।

यह घटना कामारेड्डी जिले के बीक्कानुर मंडल के जंगमपल्ली गांव की है।

महिला और उसका बेटा हैदराबाद से लौटे थे। वहां महिला की कोविड-19 पॉजिटिव बेटी ने गांधी अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया था। जब वे दोनों 29 जून को गांव में पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनसे कहा कि वे गांव में कभी प्रवेश कर सकते हैं, जब उनका कोविड-19 टेस्ट होगा।

मां और बेटे ने गांव वालों से उन्हें दो हफ्ते तक घर में क्वारंटाइन में रहने की अनुमति देने की गुहार लगाई , लेकिन ग्रामीणों ने मना कर दिया।

कोई विकल्प न होने के कारण दोनों बस स्टेशन पर चले गए। बस स्टेशन सुनसान था क्योंकि अधिकारियों ने कुछ ही बस सेवाओं का संचालन करने की अनुमति दी है।

वे कोविड-19 टेस्ट के लिए 30 जून को कामारेड्डी अस्पताल गए, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें अगले दिन आने के लिए कहा। तीसरे दिन, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और ग्रामीणों को एक सरकारी स्कूल की इमारत में मां और बेटे को रहने देने की अनुमति दिलाई।

अधिकारियों ने कहा कि एक-दो दिन में दोनों के टेस्ट का परिणाम आने की उम्मीद है।

Created On :   5 July 2020 11:31 AM GMT

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