अपनी जीवन शैली में लाएं ये बदलाव, मोटापे से रहेंगे कोसों दूर
डिजिटल डेस्क, इंदौर। अनियमित दिनचर्या व खानपान में लापरवाही के कारण कई लोग मोटापे के शिकार हो रहे हैं। शरीर का वजन ज्यादा होने पर कई तरह की बीमारियां भी घेरने लगती है। मोटापा एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है, जिसके कारण जोड़ों का दर्द, सांस लेने में दिक्कत, हृदय रोग, स्ट्रोक, टाइप-2 डायबिटीज, हाइपोथायराइड, इन्फर्टिलिटी, कैंसर जैसे-ब्रेस्ट, ओवेरियन, एन्डोमेट्रियम से संबंधित कैंसर जैसी कई बीमारियां हो सकती हैं। यही नहीं मोटापे के कारण रात में खर्राटे लेने जैसी दिक्कतें भी शुरू हो जाती हैं।
यदि आप मोटापे से परेशान से हैं तो अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करके इससे छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं इंदौर स्थित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के डॉक्टर प्रतीक पोरवाल,कन्सल्टेन्ट,GI, Advance Hernia, Laser, Bariatric and Robotic Surgery इस बारे में क्या कहते हैं -
खानपान में सावधानी बरतें
डॉ. प्रतीक के मुताबिक यदि मोटापे से छुटकारा पाना है तो डाइट चार्ज का सख्ती से पालन करना बेहद जरूरी है। सुबह ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक संतुलित आहार लेना बेहद जरूरी है। संतुलित और पौष्टिक आहार खाने से कैलोरी की मात्रा कम करने और वजन घटाने में काफी मदद मिलती है। इसके अलावा हाई ग्लाइसेमिक फूड यानि ज्यादा शुगरयुक्त चीजों का सेवन कम करें। अपनी डाइट में फाइबर फूड जैसे फल, सब्जियां, मोटा अनाज ज्यादा लेना चाहिए। ऐसी चीजों का सेवन से बचना चाहिए जिससे शरीर में बेड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। ज्यादा वसायुक्त या फास्ट फूड जैसी खाद्य सामग्री लेने से भी बचना चाहिए।
40 मिनट करें कार्डियो एक्सरसाइज
शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने और वजन कम करने के लिए हफ्ते में 3-5 दिन तक कम से कम 40 मिनट कार्डियो एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए। इसमें आप ब्रिस्क वॉक, साइकिलिंग, तैरना या डांस करने जैसी फिजिकल एक्टिविटी शामिल कर सकते हैं। कार्डियो एक्सरसाइज शुरुआत में ज्यादा नहीं करना चाहिए। इसका समय धीरे-धीरे बढ़ाना चाहिए। दिल से संबंधित कोई समस्या होने पर ज्यादा कठिन कार्डियो एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए।
मानसिक तनाव से बचें
मानसिक तनाव के कारण भी कई शारीरिक समस्या पैदा होती है। मानसिक तनाव के कारण शरीर का प्रबंधन प्रभावित होता है और इस कारण से भी मोटापे की समस्या हो सकती है। मानसिक तनाव कम करने के लिए ध्यान, प्राणायाम या योगाभ्यास जैसी एक्टिविटी का सहारा ले सकते हैं। इसके अलावा तनाव कम करने के लिए पर्याप्त नींद लेना भी काफी जरूरी है। कई बार मानसिक तनाव की वजह से महिलाओं में हार्मोनल बदलाव होने लगते हैं जिससे वे मोटापे की शिकार हो सकती हैं। ऐसे में उन्हें प्राणायाम रोज करना जरुरी होता है।
खूब पानी पिएं
शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए रोज कम से कम 2.5 से 3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए। इसके अलावा ज्यादा शुगर युक्त पेय पदार्थ या शराब के सेवन से भी बचना चाहिए। ज्यादा मीठा खाने या शराब के सेवन करने से भी मोटापा हो सकता है।
अनुशासित रहें और खुद को प्रोत्साहित करें
डॉ. प्रतीक पोरवाल बताते हैं कि हमारे लंबाई के अनुपात से अपने वजन का अनुपात, जिसे बॉडी मास इन्डेक्स (BMI) कहते हैं इसके लिए एप के माध्यम से BMI को पता कर सकते हैं और यह जान सकते हैं कि हमारा BMI किस श्रेणी में आता है। अपनी डाइट को कन्ट्रोल करने के लिए एक डायरी बनाएं जिसमें लिखें कि आप रोज क्या खा रहे हैं। इससे पता चल सकेगा कि आपके दैनिक आहार में कितनी कैलोरी है। मोटापा कम करने के लिए यह बेहद जरूरी है कि आप खुद का आत्मविश्वास व उत्साह बनाए रखें। खुद को कठिन परिश्रम के लिए हमेशा प्रोत्साहित करें।
मोटापे को लेकर हीन भावना न रखें
कई बार लोग अपने मोटापे को लेकर डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं लेकिन ऐसे में डिप्रेशन उनके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता हैं। इसके लिए पॉजिटिव सोच के साथ आगे बढ़ें और डिप्रेशन से बचने के लिए मनोचिकित्सक से संपर्क करें, जिससे डिप्रेशन से बाहर निकलने में आपको मदद मिलेगी।
डॉक्टर से लें परामर्श
भारत में कई लोग मोटापे के कारण डायबिटीज और हाई बीपी के शिकार हो जाते हैं और वहीं कई महिलाएं थायराइड और इन्फर्टिलिटी की समस्या से जूझ रही हैं। मोटापे से संबंधित कोई भी परेशानी आने पर ऐसे अस्पताल के स्पेशलिस्ट से फॉलो-अप लेते रहें, जहां पूर्णकालिक विशेषता प्रणाली की सुविधा दी गई हो ताकि समय पर सही इलाज हो सके।
Created On :   4 March 2023 12:30 PM IST