संयुक्त राष्ट्र महासभा: अगले हफ्ते न्यूयॉर्क में शुरु होने जा रही महासभा में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से करेंगे मुलाकात

- नाटो के सहयोगी देश मिलकर रूस से तेल खरीब बंद करने पर सहमत हों-ट्रंप
- जेंलेस्की सभा में दीर्घकालिक सुरक्षा गारंटी का मुद्दा उठाएंगे
- रूस ने हाल ही में किया सबसे बड़ा हमला, चालीस मिसाइलें और 580 ड्रोन दागे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगले हफ्ते न्यूयॉर्क में शुरु होने जा रही संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। दोनों देशों के समकक्ष नेताओं के बीच की इस मुलाकात का मकसद रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने पर बात होगी। यूक्रेन इसके लिए अमेरिका पर दबाव बनाने की पूरी कोशिश करेगा। यूक्रेन पर तेज होते रूसी हमलों के बीच जेलेंस्की ने इसकी घोषणा की है। संयुक्त राष्ट्र की महासभा में जेलेंस्की यूक्रेन के दीर्घकालिक सुरक्षा गारंटी की मांग कर सकते हैं। अल जजीरा के अनुसार, रूस ने हाल ही में रात के समय सबसे बड़ा हमला किया, जिसमें 40 मिसाइलें और करीब 580 ड्रोन दागे गए. इन हमलों में 3 लोगों की मौत हुई और दर्जनों लोग घायल हुए।
यूरोप के पूर्वी हिस्से में भी ये जंग बढ़ सकती है। जेलेंस्की ने एक्स पर लिखा, अब हम अमेरिका से रूस के खिलाफ और अभी सख्त प्रतिबंधों की उम्मीद कर रहे हैं। यूरोप अपनी भूमिका निभा रहा है। दूसरी तरफ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कह चुके है कि वह यूक्रेन में किसी भी पश्चिमी सेना की तैनाती को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
खबरों से मिली जानकारी के अनुसार रूस की आक्रामकता को देखते हुए नाटो देशों ने यूरोप की पूर्वी सीमाओं पर अपनी सुरक्षा में इजाफा करते हुए उसे मजबूत किया है। रूसी हवाई हमलों के खतरों से सुरक्षा सुनिश्चित करने के मकसद से ब्रिटेन के लड़ाकू विमानों ने नाटों मिशन ईस्टर्न सेंट्री के तहत पहली बार पोलैंड के वायु क्षेत्र में गश्त की।
रूस पर प्रतिबंधों को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पहले भी कह चुके हैं कि वह रूस पर बड़े प्रतिबंध लगाने को तैयारी में हैं। हालांकि ट्रंप ने नाटो के सहयोगी देशों से कहा है कि सभी मिलकर रूस से तेल खरीदी बंद करने पर सहमत हों। ट्रंप युद्धविराम करने में लगे हुए हैं, लेकिन रूस अब तक नहीं झुका है।
Created On :   21 Sept 2025 11:38 AM IST