इजराइल-हमास युद्ध: इजराइल को लगा बड़ा झटका, अमेरिका ने आईडीएफ की सैन्य यूनिट को किया बैन, फैसले से आगबबूला हुए नेतन्याहू

इजराइल को लगा बड़ा झटका, अमेरिका ने आईडीएफ की सैन्य यूनिट को किया बैन, फैसले से आगबबूला हुए नेतन्याहू
  • इजराइल की हमास और ईरान से जारी है युद्ध
  • अमेरिका ने बैन की इजराराइली सैन्य यूनिट
  • इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्याहू बौखलाए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान और हमास से जारी संघर्ष के बीच अब इजराइल को अपने सहयोगी देश अमेरिका से तगड़ा झटका लगा है। अमेरिका ने इजराइल के वॉर कैबिनेट के 'नेत्जा येहुदा' नाम के एक सैन्य यूनिट को बैन करने का फैसला लिया है। जिसके बाद इजराइल और वॉर कैबिनेट के अधिकतर मेंबर्स ने अमेरिका के फैसले को गलत ठहराते हुए कहा था कि इससे गलत शुरू हो जाएगा। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि यह काफी जोखिम भरा है और इससे लोगों के बीच गलत संदेश जाएगा। खबरे हैं कि अमेरिका में जो बाइडेन की सरकार इजराइल की नेत्जा बटालियान को कभी भी बैन कर सकती है। हालांकि, इस बात की घोषणा पहले ही हो चुकी है।

अमेरिका ने इसलिए किया बैन

अमेरिका के इस फैसले पर कई मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि उसके ऐसा करने के पीछे नेत्जा बटालियन पर दर्ज मानवाधिकार के उल्लंघन से संबंधित कई मामले हैं। इसी के साथ यह पहली बार है जब अमेरिका इजराइल के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई करने जा रहा है। इस वजह से इजराइली पीएम अमेरिका सरकार पर बौखला गए हैं। बता दें कि, काफी समय से इजराइली सेना की नेत्जा येहुदा यूनिट पर मानवाधिकारों के उल्लघंन और युद्ध अपराधों के संबंध में कई आरोप लगाए जा रहे हैं। इस यूनिट पर आरोप है कि उसने फिलिस्तीनी अमेरिकी मूल के व्यक्ति उमर असद को गिरफ्तार किया था। इस दौरान सेना ने 78 वर्षीय उमर असद के हाथों को रस्सी और आंखो को पट्टी से बांध दिया था।

गुस्से से लाल हुए बेंजामिन नेतन्याहू

बताया जाता है कि इजराइल की इस यूनिट ने उमर असद को ठंडी जगह पर फेंक दिया था। वर्तमान में इस यूनिट को गाजा पट्टी पर तैनात किया गया है। इस सेना को अमेरिका की ओर से प्रतिबंधित करने पर नेतन्याहू गुस्स से लाल हो गए हैं। इसे लेकर उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, "आईडीएफ पर बंदीशे नहीं लगनी चाहिए। मैं इजराइली नागरिकों के प्रतिबंधों के फैसले के खिलाफ आवाज उठा रहा हूं। इस संबंध में मैंने अमेरिकी सरकार से चर्चा की है। मौजूदा समय में जब हमारी सेना आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ रही है। तब अमेरिका की ओर से आईडीएफ की यूनिट को बैन करने का फैसला मूर्खतापूर्ण है। यह फैसला नैतिक रूप से भी निचला स्तर का है।"

वॉर कैबिनेट के सदस्यों ने की निंदा

इतना ही नहीं बल्कि, अमेरिका के फैसला पर वॉर कैबिनेट के मिनिस्टर बेन्नी गैंट्स ने भी निंदा की है। बेन्नी गैंट्स मध्यवर्गी विचारधारा के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि नेत्जा येहुदा टुकड़ी आईडीएफ का महत्वपूर्व हिस्सा है। गैंट्स ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करते हैं। हमारे यहां अदालतें स्वतंत्र और सक्षम होती हैं। अगर हम पर कोई मामले चल रहा है, तो हम स्वयं इससे निपटने की ताकत रखते हैं। गैंट्स ने कहा, "हमारे दिल में अमेरिकी मित्रों के प्रति काफी सम्मान है। मगर, अमेरिक की ओर से इजराइल रक्षा बल की टुकड़ी पर बैन लगाना खतरनाक साबित होगा। क्योंकि, इससे हमारे दुश्मनों को गलत संदेश पहुंचेगा।" उनके अलावा इजराइल के एक अन्य मंत्री इतामन बेन ग्विर का भी यही कहना है कि हमारे सैनिकों पर बैन लगाने से गलत संदेश जाएगा।

Created On :   22 April 2024 12:05 PM GMT

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