IND-PAK: पाक पीएम शहबाज शरीफ का बड़ा बयान, कहा- 'भारत-पाक युद्ध खतरनाक मोड़ ले सकता था'

पाक पीएम शहबाज शरीफ का बड़ा बयान, कहा- भारत-पाक युद्ध खतरनाक मोड़ ले सकता था
  • पाक पीएम शहबाज शरीफ का बड़ा बयान
  • कहा- 'भारत-पाक युद्ध खतरनाक मोड़ ले सकता था'
  • पहलगाम की घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी- पाकिस्तान पीएम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पहलगाम आतंकवादी हमले को 'दुर्भाग्यपूर्ण' करार देते हुए चेतावनी दी कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति 'बेहद खतरनाक मोड़' ले सकती थी। भारत ने 6 मई 2025 को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ढांचों को नष्ट किया था। इसके जवाब में पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की, जिसके बाद भारत ने भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर जवाबी कार्रवाई की। चार दिन के तनाव के बाद 10 मई को दोनों पक्षों ने सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई।

'पहलगाम घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी'

मुजफ्फराबाद में एक कार्यक्रम में शहबाज शरीफ ने कहा, "पहलगाम की घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी, लेकिन दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति किसी भी वक्त खतरनाक हो सकती थी।" इस दौरान उन्होंने सैन्य संघर्ष में मारे गए नागरिकों के परिजनों और घायलों को मुआवजे के चेक बांटे। शरीफ ने दावा किया कि पाकिस्तान ने पहलगाम हमले की निष्पक्ष जांच की पेशकश की थी, लेकिन भारत ने इसे ठुकरा दिया। उन्होंने कहा, "हम अंतरराष्ट्रीय जांच के लिए तैयार थे, लेकिन भारत ने हमला किया, जिसका हमने मुंहतोड़ जवाब दिया।"

'1971 की हार का बदला लिया'- पाकिस्तान पीएम

शहबाज ने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना ने 1971 के युद्ध की हार का बदला ले लिया है, जिसमें पाकिस्तान का विभाजन हुआ और बांग्लादेश का निर्माण हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना ने केवल भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।

जनरल आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल की उपाधि

शरीफ ने एक दिन पहले सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत करने का ऐलान किया। यह फैसला उनकी अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया। जनरल अयूब खान के बाद मुनीर पाकिस्तान के पहले सेना प्रमुख हैं, जिन्हें 1959 के बाद यह सर्वोच्च सैन्य रैंक दी गई है।

भारत-पाक तनाव का पृष्ठभूमि

पहलगाम हमले और उसके बाद दोनों देशों की सैन्य कार्रवाइयों ने क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा दिया था। भारत का कहना है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए जरूरी था, जबकि पाकिस्तान इसे उकसावे की कार्रवाई मानता है। दोनों पक्षों के बीच तनाव कम करने के लिए फिलहाल सैन्य कार्रवाई रोक दी गई है, लेकिन स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

Created On :   22 May 2025 11:21 PM IST

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