BRICS Summit 2025: पीएम मोदी ने समिट में जोर देकर इन मुद्दों पर रखी अपनी बात, कहा - "भारत की अध्यक्षता में ब्रिक्स नए उद्देश्यों के साथ होगा खड़ा"

पीएम मोदी ने समिट में जोर देकर इन मुद्दों पर रखी अपनी बात, कहा - भारत की अध्यक्षता में ब्रिक्स नए उद्देश्यों के साथ होगा खड़ा
  • भारत की अध्यक्षता में ब्रिक्स का ऐसा होगा आयोजन
  • आतंकवाद को लेकर पीएम मोदी ने कही ये बात
  • "विकासशील देश छोटे देशों को भी साथ लेकर चले"

डिजिटल डेस्क, रियो डी जेनेरियो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स समिट में भारत को मजबूती से पेश किया है। उन्होंने कहा कि आगामी ब्रिक्स सम्मेलन भारत में आयोजित होगा तो यह संगठन सहयोग और स्थितरता के लिए मजबूती के साथ होगा। साथ ही नए विचारों के साथ यह संगठन आगे बढ़ेगा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की ब्रिक्स अध्यक्षता में ग्लोबल साउथ को पहले प्रथमिकता दी जाएगी। उन्होंने ब्रिक्स का अर्थ बताते हुए कहा कि सहयोग और स्थिरता के लिए लचीलेपन और इनोवेशन का निर्माण करना होता है। हम इस मंच के माध्यम से मानवता पहले की भावना और जन-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ आगे चलेंगे।

ब्रिक्स को मिलेगी भारत से नई पहचान

पीएम मोदी ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में ब्रिक्स एक नए उद्देश्य के साथ मिलेगा। वह दुनिया में सहयोग, मजबूती और स्थायित्व का बढ़ावा देने का काम करेगा। यह केवल एक मंच बनकर नहीं रहेगा बल्कि सभी विकासशील देशों की उम्मीद का बिंदू भी बनेगा। उन्होंने आगे कहा कि जहां कुछ देश जलवायु परिवर्तन को आंकड़ों में गिनते हैं, वहीं, भारत इसे संस्कारों में जीता है। क्लाइमेट भारत के लिए जस्टिस का विकल्प नहीं है बल्कि एक नैतिक कर्तव्य है। इसके लिए पृथ्वी का स्वास्थ्य और मनुष्य का स्वास्थ्य एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।

पीएम मोदी ने जोर देते हुए कहा कि जैसा विकसित देशों में आत्मविश्वास को लेकर भविष्य देखते है, वैसा ही आत्मबल विकासशील देशों में होना चाहिए। उन्होंने कोविड महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि इस संकट ने हमकों जिना सिखाया है। वायरस न तो वीसा लेकर आता है और न ही समाधान का पासपोर्ट देखकर चुने जाते हैं।

छोटे देशों को भी सुनना चाहिए

प्रधानमंत्री ने अपनी बात पर जोर देते हुए फिर से कहा कि अब समय आ गया है कि दुनियाभर की संस्थाओं में छोटे और विकासशील देशों को भी सुनाना चाहिए। भारत इस बात का समर्थन करता है कि सबको बराबर का हक मिलाना चाहिए और सभी की भागीदारी हो। इस बैठक में नई तकनीक जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की भी बात रखी गई और कहा कि ये तकनीक कैल अमीर देशों को नहीं बल्कि सभी देशों के इसका फायदा मिलना चाहिए।

आतंकवाद को लेकर कही ये बात

पीएम मोदी ने आतंकवाद पर कड़े शब्दों में कहा कि आज के दौर में पूरी मानवता के लिए आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा है। इस साल भारत के जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ। ये हमला सिर्फ भारत पर नहीं बल्कि पूरे दुनियाभर में हुआ था। उन्होंने आगे कहा कि जो देश आतंकवाद को पैसा, पनाह और प्रशिक्षण देता है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। भारत ब्रिक्स का आभार व्यक्त करता है कि उसने पहलगाम आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है।

Created On :   7 July 2025 10:59 PM IST

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