अफगानिस्तान: तालिबान को लेकर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय का बड़ा बयान, कहा मान्यता देने की जल्दी में नहीं इस्लामाबाद

- पाकिस्तान ने साफ कहा- अपने हितों को ध्यान में रखकर फैसला लेंगे
- एक दिन पहले ही रूस ने मान्यता देने का किया था ऐलान
- रूस का तालिबान को मान्यता देने का फैसला कोई चौंकाने वाला नहीं -शफाकत अली खान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को मान्यता देने से पाकिस्तान ने दूरी बना ली है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का साफतौर पर कहना है कि वे फिलहाल अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को मान्यता देने की जल्दबाजी में नहीं है। कई जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान भले ही तालिबान सरकार को मान्यता देने में अभी आनाकानी कर रहा हो, लेकिन जब क्षेत्र के अन्य देश मान्यता दे देंगे तब पाकिस्तान भी व्यवहारिक रुख अपनाते हुए तालिबान सरकार को मान्यता दे देगा। पाकिस्तान,तालिबान के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों को बेहतर करने में जुटा है। बीते महीने ही पाकिस्तान, चीन और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों की अहम बैठक हुई है, जिसमें पाकिस्तान और तालिबान ने राजनयिक रिश्तों को मजबूत करने पर सहमति जताई।
पाकिस्तान से पहले रूस ने कहा था कि अफगानिस्तान में अब तालिबान सरकार है और इस बात को स्वीकार करने के अलावा कोई और चारा नहीं है। रूसी सरकार का मानना है कि तालिबान सरकार से बातचीत से आतंकी खतरे से निपटने में मदद मिलेगी और साथ ही भू-रणनीतिक हितों का लाभ भी होगा।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय का कहना है कि कोई भी फैसला देश के हितों को ध्यान में रखकर लिया जाएगा। फिलहाल वे अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को मान्यता देने की जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं। पाकिस्तान का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब एक दिन पहले ही रूस ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को मान्यता देने का ऐलान किया था। रूस के फैसले के बाद क्षेत्र के अन्य देश भी इस पर विचार कर सकते हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफाकत अली खान ने एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा था रूस बीते कुछ समय से ऐसे संकेत दे रहा था कि वह तालिबान शासन को मान्यता दे सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि रूस का तालिबान को मान्यता देने का फैसला कोई चौंकाने वाला नहीं है।
Created On :   6 July 2025 6:59 PM IST