जयकारे से गुंजा इजरायली संसद: इजराइल के 20 बंधक हुए रिहा, ट्रंप को नेतन्याहू ने अपने देश का सर्वोच्च अवॉर्ड से नवाजा

इजराइल के 20 बंधक हुए रिहा, ट्रंप को नेतन्याहू ने अपने देश का सर्वोच्च अवॉर्ड से नवाजा
इजरायली संसद नेसेट में पहुंचे, जहां पर उन्हें सांसदों ने ढाई मिनट तक स्टैंडिंग ओवेशन दिया। इसी के साथ तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया।

डिजिटल डेस्क, यरुशलम। हमास ने सोमवार को 20 इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया है। यह कार्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल का नतीजा है। इसके बाद वे इजरायली संसद नेसेट में पहुंचे, जहां पर उन्हें सांसदों ने ढाई मिनट तक स्टैंडिंग ओवेशन दिया। इसी के साथ तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। इतना ही नहीं इस कार्य के लिए उन्हें इजरायल के प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा भी गया है।

जयकारे से गुंजा इजरायली संसद

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप जैसे ही इजरायली संसद में अपने संबोधन के लिए मंच पर पहुंचते ही, नेसेट गार्ड के सदस्य तुरही बजना शुरू हो गई और वहां मौजूद सभी सांसद खड़े होकर तालियां बजाना शुरू हो गए। इस दौरान उनके साथ इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मौजूद रहे और उन्होंने भी खूब तालियां बजाई। इसी के साथ उन्होंने उनके उपनाम 'बीबी' का जयकारा भी लगाया है।

इजरायली सांसद में इनका भी हुआ सम्मान

ट्रंप के संबोधन से पहले नेसेट के स्पीकर अमीर ओहाना ने लंबी प्रस्तावना की पेशकश की। इस दौरान उन्होंने गाजा सीजफायर में अहम भूमिका निभाने वाले ट्रंप के मेंबर जेयर्ड कुशनर, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ, राजदूत माइक हकाबी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों का एक-एक करके उनके नाम पुकारे गए। और उनके सम्मान में भी इजराइली सांसद खड़े होकर तालियां बजाने लगे।

नेतन्याहू ने ट्रंप को दिया ये गिफ्ट

नेतन्याहू ने ट्रंप को अपने देश के प्रतिष्ठित नागरिक अवॉर्ड से सम्मानित किया। पुरस्कार देते वक्त इजरायली पीएम ने ट्रंप को इस बात से आश्वस्त किया कि उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार जरूर मिलेगा। बताते चलते हैं कि इस साल ट्रंप को यह अवॉर्ड नहीं मिल पाया है। उन्होंने इजरायल और हमास के बीच शांति स्थापित करने के लिए ट्रंप को एक सुनहरा कबूतर (गोल्डन पीस पीजन) गिफ्ट किया है। इसे इजराइल में बेहद खास माना जाता है।

दोनों नेताओं को के संबोधन?

ट्रंप ने इजरायली संसद में नेतन्याहू से कहा, "हम 7 अक्टूबर को याद रखेंगे और उसे कभी नहीं भूलेंगे. वो राक्षस हमारे बच्चों को हमसे दूर ले गए।"

नेतन्याहू ने ट्रंप से कही ये बात, "मिस्टर प्रेसिडेंट, साथ मिलकर हम शांति हासिल कर लेंगे। हमने अब्राहम समझौते के तहत इसे पहले भी किया है और हम दोबारा ऐसा करेंगे। इस जीत के लिए हमें बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है।"

Created On :   13 Oct 2025 5:41 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story