ब्राजील: बोल्सोनारो के खिलाफ सजा सुनाने वाले जज की पत्नी पर अमेरिका ने लगाए कड़े प्रतिबंध ,ट्रंप प्रशासन की कार्रवाई का ये ताजा मामला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेर बोल्सोनारो के खिलाफ सजा सुनाने वाले जज की पत्नी पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगा दिए है। ट्रंप प्रशासन की ओर से ब्राजील के खिलाफ की जा रही कार्रवाई में ये ताजा मामला है।
पत्नी पर लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंध को लेकर जस्टिस डे मोराइस का कहना है कि ब्राजील की संस्थाएं मजबूत और स्थिर हैं, जो ट्रंप प्रशासन के हमलों से प्रभावित नहीं होंगे। प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कानून, ब्राजील की संप्रभुता और न्यायपालिका की आजादी पर हमला है। पूर्व राष्ट्रपति जेर बोल्सोनारो पर आरोप है कि उन्होंने साल 2022 में चुनाव हारने के बाद सत्ता में बने रहने के लिए तख्तापलट की साजिश की।
खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक मोराइस परिवार की एक होल्डिंग कंपनी पर भी मैगनिट्स्की एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। सुप्रीम कोर्ट के जज मोराइस के साथ काम करने वाले अन्य कुछ जजों पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए है। ब्राजील के सॉलिसिटर जनरल मेसियास ने अमेरिकी कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताया
आपको बता दें ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट ने तख्तापलट की साजिश केस में बोल्सोनारो को इसी महीने 27 साल की सजा सुनाई। अमेरिका ने जज की पत्नी के साथ साथ सॉलिसिटर जनरल जोर्ज मेसियास का भी वीजा रद्द कर दिया है, जिन्होंने सोशल मीडिया पर फैसले की आलोचना की थी। ट्रंप प्रशासन ने जस्टिस अलेक्जेंड्रे डे मोराइस की पत्नी विवियाने बार्सी डे मोराइस को अमेरिकी 'ग्लोबल मैगनिट्स्की एक्ट' के तहत प्रतिबंधित किया है।
वैसे आपको बता दें जिस कानून के तहत अमेरिका ने ये बैन लगाए है, वह कानून आमतौर पर मानवाधिकारों का हनन करने वालों के खिलाफ इस्तेमाल होता है। जज डे मोराइस खुद भी इसी कानून के तहत पहले निशाने पर आ चुके हैं, क्योंकि उन्होंने बोल्सोनारो के खिलाफ जांच की निगरानी की थी। अमेरिका इससे पहले भी ब्राजील के कई अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा चुका हैं। ट्रंप प्रशासन ने ब्राजील से अमेरिकी निर्यात पर 50 फीसदी टैरिफ लगा रखा है।
Created On :   23 Sept 2025 9:06 AM IST