जुनसुरक्षा में लापरवाही: बलूचिस्तान में अचानक गायब हो रहे है लोग,नागरिकों में डर का माहौल, सरकार और सुरक्षा एंजेंसियों पर लगाए आरोप

- लगातार होते अपहरणों से निशाने पर सरकार और सुरक्षा एंजेंसियां
- लंबे समय से हो रही किड़नैप की वारदात एक गंभीर मुद्दा
- मानवाधिकार संगठन एवं पत्रकार यूनियन ने इन घटनाओं की निंदा की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बलूचिस्तान में दिन -प्रतिदिन कई लोग अचानक गायब हो रहे है। इससे वहां के नागरिकों में डर का माहौल बना हुआ है। लगातार होते अपहरणों से सुरक्षा एंजेंसियों निशाने पर है, उन पर सवाल उठ रहे है। डर और भय से जूझ रही जनता ने ऐसे माहौल के लिए पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए उसकी सैन्य व्यवस्था पर सीधा आरोप लगाया है।
आपको बता दें बलूचिस्तान में लंबे समय से हो रही किड़नैप की वारदात एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है। प्रभावित परिवारों का दावा है कि उनके परिजनों को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा उठाया जाता है, जिसकी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। ऐसी घटनाओं से केवल स्थानीय स्तर पर भय और अनिश्चितता पैदा करती हैं, बल्कि राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों की भी चिंता का विषय बनी हुई हैं। सरकार की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट जवाबी कार्रवाई की सूचना नहीं आई है। प्रभावितों के अनुसार, शिकायतों के बावजूद न्याय, पारदर्शिता और पुनर्प्राप्ति की प्रक्रिया नहीं चल पाई।
बलूचिस्तान में गायब हो रहे लोगों को लेकर पाकिस्तान की सियासत गरमा गई है। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम(फजल)(JUI-F) के प्रमुख मौलाना फजल-उर-रहमान ने सार्वजनिक मंच से सेना और इंटरज-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) पर आरोप लगाते हुए कहा बलूचिस्तान के लोगों को जबरन उठाया जा रहा है, और फिर उन्हें लापता किया जा रहा है। पाकिस्तानी सेना पर बलूचिस्तान के केच जिले के मेहनाज इलाके से तीन छात्रों के अगवा करने का आरोप है। बताया जा रहा है इन छात्रों को शनिवार को उठाया गया, ये अभी तक नहीं मिलें। सभी की उम्र लगभग 27-29 वर्ष बताई जा रही है।
बलूचिस्तान में नागरिकों के साथ साथ पत्रकारों को अगवा किया जा रहा है। शनिवार की घटना से पहले पत्रकार शेर खान मरी के लापता होने का मामला सुर्खियों में था। परिवार का आरोप है कि उन्हें पुलिस या अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सदस्यों ने सादे कपड़ों में आए व्यक्ति उठा लिया। मानवाधिकार संगठन एवं पत्रकार यूनियन ने इन घटनाओं की निंदा की, साथ ही लापता शिक्षा-छात्रों और पत्रकारों की सुरक्षित वापसी की मांग की है।
Created On :   22 Sept 2025 3:07 PM IST