Infantry Combat Vehicle: भारत के इस हथियार ने विदेश में जमाया कदम, 21 सितंबर को केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे उद्घाटन, जानिए क्या है खास

- राजनाथ सिंह दो दिवसीय मोरक्को की करेंगे यात्रा
- टाटा कंपनी के मोरक्को में बने प्लांट का करेंगे उद्घाटन
- सैनिक मूवमेंट के लिए तैनात व्हैप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत स्वदेशी हथियारों की दुनिया में विदेश में कदम जमाने जा रहा है। टाट एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) का प्लांट उत्तरी अफ्रीकी देश मोरक्को में बन कर तैयार हो गया है। जिसका केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उद्घाटन करने वाले हैं। इसकी जानकारी रक्षा मंत्रालय से दी गई हैं। बता दें कि टाटा कंपनी ने इन्फेंट्री कॉम्बेट व्हीकल (व्हैप) का प्लांट बनाया है। इसका उद्घाटन 21 सितंबर, 2025 को होगा। यह भारत का पहला किसी दूसरे देश में हथियारों का प्लांट है।
मोरक्को ने भेजा भारत को आमंत्रण
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, राजनाथ सिंह को मोरक्को के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री अब्देलतीफ लौदियी ने आमंत्रण भेजा है। इसलिए केंद्रीय रक्षा मंत्री दो दिवसीय मोरक्कों की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वे टाटा कंपनी के मोरक्को में बने प्लांट का उद्घाटन भी करेंगे। टीएएसएल ने मोरक्को के बेरेचिड में व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (डब्ल्यूएचएपी यानी व्हैप) 8x8 का प्लांट बनाया है। जो भारत के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है और यह आत्मनिर्भर भारत की पहल के तहत बना है।
WHAP भारत की इन सीमाओं पर है तैनात
यह डील भारत और मोरक्को के बीच सितंबर 2025 में हुई थी। कंपनी ने इस हथियार को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलेपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) के साथ मिलकर तैयार किया है। करीब 26 टन वजनी इस मिलिट्री व्हीकल में ड्राइवर और कमांडर मिलाकर कुल 12 सैनिक व्यवस्थित बैठ करते हैं। इसके कारण सीमावर्ती और दूरदराज के उबड़-खाबड़ इलाकों में भी जवान आसानी से मूवमेंट कर सकते हैं।
भारत इन गाड़ियों का इस्तेमाल पहले से ही चीन सीमा से लगे इलाकों में कर रहा है। इन्हें पूर्वी लद्दाख में 17 हजार फीट की उंचाई पर सैनिक मूवमेंट के लिए कर रहे हैं। इसके अलावा सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के जवान जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई में कर रहे हैं।
WHAP में क्या है खास
- यह एक एम्फीबियस व्हीकल है, जो आसानी से नदी-नालों को चीरते हुए निकल जाते हैं।
- इन बख्तरबंद गाड़ियों पर गोली या फिर गोला बारूद का असर नहीं होता है।
- इसमें 30-40 एमएम गन लगी हुई हैं।
- ट्रूप कमांडर विशेष टारगेट को ऊपर से ही निशाना बना सकता है।
Created On :   20 Sept 2025 7:03 PM IST