तनाव -बातचीत और नए संबंधों पर चर्चा: चीन ने छोड़ा पाकिस्तान का हाथ, भारत से दोस्ती करने को बेताब ड्रैगन- रूसी विदेश मंत्री

चीन ने छोड़ा पाकिस्तान का हाथ, भारत से दोस्ती करने को बेताब ड्रैगन- रूसी विदेश मंत्री
  • भारत-पाकिस्तान से सीधी बात करें-लावरोव
  • पिछले सप्ताह एक पाकिस्तीनी प्रतिनिधिमंडल से मिले थे लावरोव
  • भारत-चीन के बीच तनाव काफी हद तक कम हुआ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का बड़ा बयान सामने आया। उन्होंने भारत-चीन के रिश्ते को लेकर कहा कि दोनों के बीच तनाव काफी हद तक कम हो गया है। इस बीच रूस, इंडिया और चाइना के बीच अच्छे संबंध बनाने का मौका है। आपको बता दें, साल 2020 में भारत और चीन के मध्य गलवान घाटी में जंग हुई थी। जिसके बाद दोनों देशों के बीच में तनाव का माहौल बन गया था। पांच साल बाद अच्छी खबर मिली है कि दोनों देशों को बीच संबंध पहले से अच्छे हो रहे है। इससे तीनों देशों के बीच तालमेल बैठाने का सही समय है।

भारत-चीन के बीच कैसे बढ़ी दूरियां

रूस विदेश मंत्री ने बीते सोमवार को कहा कि भारत-पाकिस्तान के लड़ाई में चीन ने पाकिस्तान का साथ दिया था। दोनों देशों के बीच सीजफायर जैसे ही हुआ और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने बयान देते हुए पाकिस्तान के सपोर्ट की बात कही। इसके बाद फिर से भारत-चीन के बीच दूरियां बढ़ने लगी है।

तीनों देशों के बीच बातचीत का दौर

लावरोव ने आगे कहा कि भारत-पाक के बीच 3-4 दिन तक युद्ध चला, जिसमें चीन ने इस लड़ाई में हथियार पहुंचाए थे। वह भारत के सामने ठीक नहीं पाए। इस वजह चीन को लगता है कि भारत भी एक शक्तिशाली देश है। रूसी समाचार एजेंसी को लावरोव ने बताया कि मुझे बहुत उम्मीद है कि रूस, चीन और भारत एक साथ मिलकर दोबारा से काम शुरू कर सकते है। हालांकि पिछले कुछ सालों से हमारी विदेश मंत्रियों के स्तर पर कोई बैठक नहीं हुई है, लेकिन, हमारे चीनी सहयोगी और भारतीय विदेश मंत्री के साथ इस मुद्दें पर चर्चा चल रही है।

उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच काफी हद तक तनाव कम हो गया है तो मेरा मानना है कि दोनों सीमाओं पर भी तनाव कम होगा और स्थिति सामान्य होने लगी है। इस बीच नई दिल्ली और बीजिंग में बातचीत का दौर जारी है। हम जल्द अच्छे परिणाम पर पहुंचेगे और तीनों देश मिलकर दोबार से काम शुरू करेगें।

भारत-पाकिस्तान के बीच सीधी बात

लावरोव पिछले सप्ताह एक पाकिस्तीनी प्रतिनिधिमंडल से मिले थे। इस दौरान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का एक अहम पत्र उन्हें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए दिया था। उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच सहमति बनाने के लिए पाकिस्तान और भारत से सीधी बातचीत जरूरी हैं।

Created On :   10 Jun 2025 4:36 PM IST

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