Patanjali Land Scam: नेपाल के पूर्व पीएम समेत 93 पर भ्रष्टाचार का केस, भूमि सीमा उल्लंघन कर खरीदी-बिक्री का आरोप

नेपाल के पूर्व पीएम समेत 93 पर भ्रष्टाचार का केस, भूमि सीमा उल्लंघन कर खरीदी-बिक्री का आरोप
  • सीआईएए ने नेपाल समेत 93 लोगों पर करप्शन का केस दर्ज
  • नेपाल के इतिहास में किसी पूर्व पीएम के विरुद्ध पहला केस
  • जमीन बेचने को नेपाल में कानून तोड़ना कहा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी ने पतंजलि भूमि हेराफेरी में संलिप्तता के लिए स्पेशल कोर्ट में केस दर्ज किया है। हालांकि माधव नेपाल ने रौतहट में मीडिया से बात करते हुए आरोपों का खंडन किया है। सीआईएए ने नेपाल समेत 93 लोगों पर करप्शन का केस दर्ज किया। आरोपियों में पूर्व कानून मंत्री प्रेम बहादुर सिंह, पूर्व भूमि सुधार मंत्री डंबर श्रेष्ठ, पूर्व मुख्य सचिव माधव प्रसाद घिमिरे और पतंजलि के नेपाल प्रमुख शालिग्राम सिंह समेत 93 लोग शामिल हैं। आपको बता दें नेपाल के इतिहास में किसी पूर्व पीएम के विरुद्ध इस केस को पहला केस बताया जा रहा है। माधव कुमार नेपाल सीपीएन-एकीकृत समाजवादी के प्रेसिडेंट भी है।

पतंजलि ने घोटालो के आरोपों को नकारते हुए कहा कि उसने नेपाल के कानूनों के अनुसार उचित प्रक्रिया अपनाकर जमीन खरीदी है। सीआईएए ने आरोप लगाया कि 2010 में माधव नेपाल की सरकार के दौरान मंत्रिपरिषद ने पतंजलि योगपीठ को काभ्रेपालनचोक जिले में 815 रोपनी जमीन (1 रोपनी = 0.0509 हेक्टेयर) खरीदने के लिए भूमि सीमा में राहत दी थी। खरीदी गई जमीन बाद में मंत्रिपरिषद की मंजूरी से काष्ठमंडप बिजनेस होम्स प्रा. लि. को बेची गई। इसे नेपाल में कानून तोड़ना बताया गया था। अब तक की जांच के अनुसार पतंजलि ने 593 रोपनी जमीन खरीदी, जिसमें से 353 रोपनी 15 आना भूमि बेच दी थी।

जांच में सामने आया है कि पूर्व पीएम माधवकुमार नेपाल ने तत्कालीन भूमि सुधार मंत्री डम्बर श्रेष्ठ को यह प्रस्ताव आगे बढ़ाने का निर्देश दिया था। आयोग ने 18.58 करोड़ नेपाली रुपये के सरकारी नुकसान होने का अनुमान है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 2002 के तहत सजा व जुर्माने की मांग की है।

Created On :   6 Jun 2025 1:59 PM IST

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