इस साल अब तक 168 सहायताकर्मियों पर हुए हमले, 44 मारे गए : संयुक्त राष्ट्र
- दक्षिण सूडान
- अफगानिस्तान और सीरिया सबसे हिंसक देश
डिजिटल डेस्क, जिनेवा। जिनेवा में मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने कहा कि इस साल अब तक कुल 168 सहायताकर्मियों पर हमला किया गया है, जिसमें 44 लोग मारे गए हैं।
ओसीएचए के प्रवक्ता जेन्स लार्के ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में बताया कि ओसीएचए के एक सहयोगी एनजीओ ह्यूमैनिटेरियन आउटकम के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में ड्यूटी के दौरान 140 से अधिक सहायताकर्मी मारे गए। मौतों की यह संख्या 2013 के बाद से सबसे अधिक है।
लेर्के ने कहा कि 2021 में 203 सहायताकर्मी घायल हुए और 117 का अपहरण किया गया। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ओसीएचए के प्रवक्ता के अनुसार, सहायताकर्मियों के लिए दक्षिण सूडान, अफगानिस्तान और सीरिया सबसे हिंसक देश हैं।
उन्होंने कहा, 2021 में 140 से अधिक मौतें छोटे हथियारों से गोलीबारी की घटनाओं में हुई थीं, मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण हवाई हमले और गोलाबारी थी, जिनमें से अधिकतर सीरिया में थे। विश्व मानवतावादी दिवस को लेकर लार्के ने दृढ़ संकल्प, बहादुरी और बलिदान के लिए समर्थन दिखाने वाले कार्यक्रम आयोजित करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, लोगों को सोशल मीडिया पर हैशटैग को फॉलो करना चाहिए। जरूरतमंद लोगों के साथ एकजुटता दिखानी चाहिए और उन लोगों की सराहना करनी चाहिए, जो सहायता पहुंचाने का काम करते हैं। विश्व मानवतावादी दिवस हर साल 19 अगस्त को होता है, जिसे 2008 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा बगदाद में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय की 2003 की बमबारी की सालगिरह मनाने के लिए नामित किया गया था, जिसमें 22 सहायता कर्मचारी मारे गए थे।
आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   13 Aug 2022 8:30 AM IST