रिटायर्ड शिक्षिका ने व्हाइट हाउस के लेटर में निकालीं ढेरों गलतियां, सुधार कर भेजा वापस

A retired teacher find grammatical errors in White House letter
रिटायर्ड शिक्षिका ने व्हाइट हाउस के लेटर में निकालीं ढेरों गलतियां, सुधार कर भेजा वापस
रिटायर्ड शिक्षिका ने व्हाइट हाउस के लेटर में निकालीं ढेरों गलतियां, सुधार कर भेजा वापस

डिजिटल डेस्क, न्यूयार्क। दुनिया में शक्तिशाली देश का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भाषा के लिहाज से कमजोर साबित हुए हैं। यह कहना है कि एक रिटायर्ड शिक्षिका का, जिन्होंने व्हाइट हाउस से जारी होने वाले ट्रंप के एक पत्र में कई व्याकरण संबंधी गलतियां निकाली हैं। शिक्षिका यूवोनी मेसन ने पत्र में अशुद्धियां दूर कर व्हाइट हाउस को मेल किया। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को भाषा का ज्ञान दिया, लेकिन मजेदार है कि व्हाइट हाउस द्वारा भेजे गए जवाबी पत्र में भी व्याकरण की गलतियां पाई गई। 

 
गलतियों पर दिए सुझाव

व्हाइट हाउस की ओर से जवाबी पत्र रिटायर्ड महिला टीचर को भेजा गया। अंग्रेजी टीचर को पत्र में लिखावट और लिखने की शैली संबंधी कई गलतियां फिर मिल गईं और उन्होंने उसे पीले रंग के मार्कर से निशान लगाया और पत्र को वापस भेज दिया। उन्होंने पत्र के कई हिस्सों पर अपने सुझाव भी दिए। पत्र के नीचे नेशन (nation) शब्द की शुरुआत में कैपिटल में एन लिखे जाने पर उन्होंने लिखा कि ओएमजी दिस इज रॉन्ग (OMG this is wrong).

 

 

पिछले साल ही रिटायर हुई हैं मेसन

जिस अंग्रेजी शिक्षिका ने पत्र में खामियां निकालीं, वह जॉर्जिया के अटलांटा में रहती हैं। यूवोनी मेसन पिछले साल ही रिटायर हुईं है, लेकिन उनकी कॉपी चेक करने वाली आदत अभी भी गई नहीं और उन्होंने राष्ट्रपति के सरकारी आवास व्हाइट आवास की ओर से जारी से पत्र को किसी स्कूल में बच्चे की कॉपी की तरह जांच लिया। उन्होंने कहा कि इस पत्र में गलतियां हैं, मैं ऐसी खराब लेखनी को बर्दाश्त नहीं कर सकती हूं। इसमें सुधार की कोई भी गुंजाइश है तो इसे किया जाना चाहिए।

 

 

लोगों ने किया ट्रोल

अटलांटा में रहने वाली यूवोनी मेसन एक डेमोक्रेट हैं। बता दें कि यह पत्र मिस मेसन ने काफी निराशा में लिखा था, क्योंकि यह पत्र जिस संबंध में था  वह अमेरिका में हुई काफी दर्दनाक घटना थी। फरवरी 2018 में फ्लोरिडा के पार्कलैंड के एक स्कूल में फायरिंग हुई थी, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी। पत्र में इन्हीं मृतकों के परिजनों से बारी-बारी से मिलने की बात कही गई थी। हालांकि सोशल मीडिया में वह ट्रोल भी हो गईं क्योंकि कई लोगों का कहना है कि उन्होंने कई जगह सही लिखे शब्दों को भी गलत करार दिया।

Created On :   29 May 2018 11:44 AM IST

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