IS लिंक पर पटेल ने गृहमंत्री को लिखी चिट्ठी, कहा राष्ट्रीय सुरक्षा से खेलना ठीक नहीं

Ahmed Patel writes to Rajnath Singh, seeks impartial probe
IS लिंक पर पटेल ने गृहमंत्री को लिखी चिट्ठी, कहा राष्ट्रीय सुरक्षा से खेलना ठीक नहीं
IS लिंक पर पटेल ने गृहमंत्री को लिखी चिट्ठी, कहा राष्ट्रीय सुरक्षा से खेलना ठीक नहीं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने आईएस से संपर्क के आरोपों के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखी है। अहमद पटेल ने गृह मंत्रालय से इस मामले की जांच कराए जाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा चुनाव जीतने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को खेल नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा मैं आईएस आतंकियों को संरक्षण देता हूं यह बात जांच के बाद कही जानी चाहिए। किसी राजनीतिक दल का कोई नेता संवाददाता सम्मेलन में ऐसे आरोप लगाए, यह ठीक नहीं है। पटेल ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने गुजरात से गिरफ्तार किए गए दो आईएसस आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद उनसे इस्तीफे की मांग की थी। ये संदिग्ध आईएस आतंकी एक निजी अस्पताल में काम करते थे, जिसके न्यासी कुछ दिन पहले तक अहमद पटेल हुआ करते थे। 


रूपानी ने मांगा था इस्तीफा

उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि यह एक गंभीर मसला है। इस मसले की जांच कराई जानी चाहिए। अगर मेरे खिलाफ कोई ठोस सबूत पाया जाता है तो मेरे खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा केवल राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए ऐसे आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए। चुनाव जीतने के लिए राष्‍ट्रीय सुरक्षा से खेलना अच्छा नहीं है। एक सांसद के रूप में हमने देश की सुरक्षा और संप्रभुता बनाए रखने की शपथ ली है। इस मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए, तभी आरोप की सत्यता का खुलासा होगा। उन्होंने आरोप लगाया था कि हाल ही में गिरफ्तार किया गया आईएस का एक संदिग्ध उस निजी हास्पिटल में काम करता था, जहां पटेल ट्रस्टी थे।

उन्होंने इस अस्पताल के ट्रस्टी पद से कुछ समय पहले ही इस्तीफा दिया है। रुपानी ने संदिग्ध आतंकी की गिरफ्तारी से कुछ ही पहले इस्तीफा दिए जाने पर सवाल उठाया था। रूपानी ने मांग की थी कि पटेल को स्पष्ट करना चाहिए कि आईएस के संदिग्ध आतंकी को उनके हास्पिटल में नौकरी कैसे मिली। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि संदिग्ध आतंकी की गिरफ्तारी से कुछ पहले उन्होंने ट्रस्टी पद से क्यों इस्तीफा दे दिया। 


भाजपा ने लगाए आरोप, बचाव में उतरी कांग्रेस

भाजपा ने आरोप लगाया था कि अहमद पटेल के उस अस्पताल से निकट संबंध थे, जिसमें संदिग्ध आईएस आतंकी अपनी गिरफ्तारी से पहले तक काम करता था। पटेल इस हॉस्पिटल से 1979 से ही जुड़े हुए हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को इस मामले में स्पष्टीकरण देना चाहिए। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी कहा कि कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि एक आतंकी इतने समय तक अस्पताल में कैसे काम करता रहा। दूसरी ओर, कांग्रेस ने अहमद पटेल का बचाव किया है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि मुझे अहमद पटेल का इस्तीफा मांगे जाने पर आश्चर्य हो रहा है। चिदंबरम ने कहा कि अहमद पटेल हास्पिटल के ट्रस्टी जरूर थे, लेकिन उन्होंने 2015 में ट्रस्टी पद से इस्तीफा दे दिया था। आईआई आतंकी के रूप में गिरफ्तार किए गए व्यक्ति ने पिछले साल अस्पताल में टेक्नीशियन के रूप में अपनी सेवाएं देनी शुरू की थीं और गिरफ्तारी के कुछ दिन पहले ही उसने इस्तीफा दे दिया था। आप किसी ऐसे व्यक्ति को इस मामले में कैसे घसीट सकते हैं जिसने संदिग्ध आईएस आतंकी की गिरफ्तारी के तीन साल पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया था। 

Created On :   30 Oct 2017 12:16 AM IST

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