अफगानिस्तान:तालिबान पर जहर देने का शक, 48 स्कूली छात्राओं की हालत गंभीर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान के एक हाई स्कूल में कम से कम 48 छात्राओं की हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि इन छात्राओं को चरमपंथी संगठन तालिबान ने जहर दिया था, जिसके बाद से ही इन्हें वॉमिटिंग और सिरदर्द की समस्या हुई। हालत गंभीर होते देख इन सभी स्कूली छात्राओं को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। ये घटना अफगानिस्तान के दक्षिणी हेलमंद प्रांत में हुई है और इस प्रांत पर ज्यादातर तालिबान का ही कब्जा है। बता दें कि तालिबान हमेशा से लड़कियों को शिक्षा देने का विरोध करता रहा है।
सिर दर्द और उल्टी के शिकायत के बाद पता चला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अफगानिस्तान के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि दक्षिणी हेलमंद प्रांत के हाई स्कूल में लगभग 48 छात्राएं जहर देने के कारण बीमार हो गई हैं। डॉ. निसार अहमद बराक ने बताया कि बीमार हुई छात्राओं ने सिर दर्द और उल्टी की शिकायत की थी। बराक ने बताया कि अभी इस बात कि पुष्टि नहीं हो पाई है कि छात्राओं को किस तरह का जहर दिया गया है, फ़िलहाल जांच जारी है, जल्द ही हम उस जहर की पहचान कर लेंगे। उन्होंने कहा कि छात्राओं की हालत को देखते हुए लग रहा है कि जहर ज्यादा असरकारक नहीं था, या यह भी हो सकता है कि काफी कम मात्रा में जहर दिया गया हो। हालांकि फिलहाल छात्राओं की हालत में सुधार है।
97% अफगानी महिलाएं डिप्रेशन में
बता दें कि आतंकी संगठन तालिबान देश में इस्लामी कानून शरीयत लागू करना चाहता है और इसका उल्लंघन करने पर क्रूर सजा दी जाती है। एक सर्वे के मुताबिक, अफगान की 97% महिलाएं डिप्रेशन की शिकार हैं। तालिबान लड़कियों की शिक्षा का विरोध करता है और तालिबानी इलाकों में घर में गर्ल्स स्कूल चलाने वाली महिलाओं को उनके पति, बच्चों और छात्रों के सामने गोली मार दी जाती है।
हवाई हमले में 30 तालिबानियों की मौत
वहीं अफगानिस्तान के कुंदुज प्रांत में तालिबान का एक ट्रेनिंग कैंप चल रहा था, तभी अफगानी सेना ने हवाई हमले कर दिया। बताया जा रहा है कि इस हवाई हमले में कम से कम तालिबान के 30 आतंकी मारे गए हैं, जबकि कई घायल हो गए हैं। हालांकि, तालिबान का दावा है कि एक धार्मिक स्कूल को निशाना बनाकर हमला हुआ था, जिसमें आम नागरिक घायल हुए हैं।
Created On :   3 April 2018 12:44 PM IST