अमेरिका के हाथ लगा ऐसा हथियार, जिससे थरथराया चीन

America got such a weapon that made China tremble
अमेरिका के हाथ लगा ऐसा हथियार, जिससे थरथराया चीन
युद्ध शक्ति अमेरिका के हाथ लगा ऐसा हथियार, जिससे थरथराया चीन
हाईलाइट
  • सटीक निशाना लगाने में जुटी अमेरिकी सेना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन के बढ़ते कदम को रोकने के लिए अमेरिका प्रशांत महासागर में मिसाइल दीवार बनाने जा रहा है। साथ ही अमेरिकी सेना को भूमि आधारित मिसाइल लॉन्चर टायफून मिल गया है, जो मध्यम दूरी तक मार करने में सक्षम है। टायफून के मिलने से प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी सेना सटीक निशाना लगा सकेगी। अमेरिका का इन सब के पीछे का उद्देश्य चीन के संभावित हमले को रोकना है। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार भविष्य में अगर चीन से युद्ध हुआ, तो मध्यम दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों की जरूरत अमेरिकी सेना को पड़ेगी। अभी तक अमेरिकी सेना के पास छोटी और लंबी दूरी तक यानी 482 किलोमीटर और 2,776 किलोमीटर तक मार करने वाली मिसाइलें थीं।

अब टायफून के मिलने से मारक क्षमता 500 से 1800 किलोमीटर तक बढ़ जाएगी।  अमेरिकी सेना को अब तक मध्यम दूरी वाली मिसाइलों की कमी महसूस हो रही थी, जो अब पूर्ण हो गई।  

विशेषज्ञों के मुताबिक, भूमि से मार करने वाली मिसाइलें समुद्री जहाजों से दागी जाने वाली मिसाइलों की अपेक्षा अधिक प्रभावी होती है। अमर उजाला ने वेबसाइट एशिया टाइम्स के हवाले से बताया कि सहयोगी देशों की मदद करने की रणनीति में बदलाव करते हुए अमेरिका खुद प्रशांत रीजन में चीन को टक्कर देने के लिए अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार हो गया है। अमर उजाला ने रक्षा क्षेत्र की अमेरिकी पत्रिका वॉर ऑन रॉक्स में प्रकाशित लेख में विशेषज्ञ लुई साइमन का जिक्र करते हुए बताया कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश अपनी ऐसी तैयारियों से चीन को पराजित करने में सक्षम हो जाएंगे। हालांकि कुछ स्टडी रिपोर्ट में इस रणनीति पर संदेह जताते हुए जोखिम भरा भी बताया जा रहा है। फिर भी तमाम संभावित रुकावटों के बाद भी अब अमेरिका ने चीन का सीधा मुकाबला करने की ठान ली है। 

अमेरिका मन बना चुका है कि अगर सहयोगी देश चीन के खिलाफ पीछे कदम खींचते हैं तो वह स्वयं अपने हाथ में कमान लेकर चीन के विरोध में जंगी मैदान में उतरने को तैयार है। 

Created On :   10 Dec 2022 6:10 PM IST

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