अमेरिकियों के पास हैं 31 करोड़ लाइसेंसी हथियार

American people have 31 million weapons
अमेरिकियों के पास हैं 31 करोड़ लाइसेंसी हथियार
अमेरिकियों के पास हैं 31 करोड़ लाइसेंसी हथियार

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। लास वेगास के एक कैसीनों में की गई अंधाधुंध फायरिंग में 59 लोगों की मौत के बाद अमेरिका में गोली मारने की घटनाओं पर चर्चा तेज हो गई है। अमेरिकी इतिहास में गोलीबारी की इस सबसे बड़ी घटना के बाद अमेरिका में बंदूक की जरूरत को लेकर भी बहस शुरू हो गई है। अमेरिका में बंदूक या राइफल लेने के लिए लाइसेंस नहीं लेना होता है। एक सर्वे के अनुसार वहां पांच में तीन लोगों ने बिना पर्याप्त आईडी के हथियार खरीदे हैं। सरकारी नीतियों की वजह से अमेरिका में गन कल्चर अब खतरनाक दौर में प्रवेश करता जा रहा है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया के आधे हथियार सिर्फ अमेरिका में हैं। 

हथियारों के मामले में दूसरे स्थान पर है भारत

अमेरिका में बंदूक की जरूरत पर लंबे समय से बहस चल रही है। अमेरिका में बंदूक खरीदने के लिए किसी विशेष लाइसेंस की जरूरत नहीं होती। अमेरिकी नागरिकों के पास 31 करोड़ से अधिक हथियार हैं, जो पूरी दुनिया के लोगों के पास मौजूद कुल हथियारों का करीब 48 फीसदी बैठते हैं। पूरी दुनिया में सामान्य नागरिकों के पास कुल 65 करोड़ हथियार हैं। हथियारों के मामले में भारत भारत दूसरे स्थान पर है, जहां 4.6 करोड़ से अधिक लोगों के पास लाइसेंसी हथियार हैं।

अमेरिका में प्रतिव्यक्ति सबसे अधिक हथियार

अमेरिकियों के पास प्रति व्यक्ति सबसे अधिक हथियार हैं। वहां हर दस व्यक्तियों में से चार के पास बंदूक या राइफल है। एक सर्वे के मुताबिक 48 फीसदी अमेरिकियों का कहना है कि उनके घरों में उनके जन्म से पहले से बंदूक मौजूद थी। अमेरिका में बंदूक रखने वाले 66 फीसदी लोगों के पास एक से अधिक हथियार हैं। इस मामले में दूसरे नंबर पर यमन है। लेकिन गोलीबारी में सामूहिक हत्याओं के मामले में अमेरिका सबसे आगे है। दुनिया के किसी भी देश की तुलना में अमेरिका में सबसे अधिक मास शूटिंग की घटनाएं होती हैं।

सामूहिक नरसंहार की बढ़ीं घटनाएं 

यह एक चिंताजनक तथ्य है कि दुनिया की पांच फीसदी आबादी वाले देश में सामूहिक नरसंहार की 31 फीसदी घटनाएं घटी हैं। सन 1966 से 2012 के बीच अमेरिका में गोलीबारी की 90 घटनाएं हुई हैं। अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर फिलीपीन्स आता है, जहां इस दौरान ऐसी 18 घटनाएं घटी हैं। रविवार को लास वेगास में हुई गोलीबारी में 60 लोगों के मारे जाने से पहले पिछले साल ऑरलेंडो में हुई गोलीबारी में 49 लोग मारे गए थे। इससे पहले सन 2012 में कनेक्टिकट के न्यूटाउन के एक स्कूल में हुई गोलीबारी में 26 लोग मारे गए थे। इसी तरह सन 2007 में वर्जिनिया टेक में एक हुए जनसंहार में 32 लोग मारे गए थे। लगातार होने वाली इन घटनाओं के बाद अमेरिका में बंदूक पर नियंत्रण को लेकर बहस तेज हो गई है। 

अमेरिका में होती हैं गोली लगने से सबसे अधिक मौतें 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक अमेरिका में अन्य उच्च आय वाले देशों में तुलना में 25.2 गुना अधिक मौतें गोली लगने से होती हैं। आंकड़ों के मुताबिक गोली लगने के कारण ब्रिटेन में होने वाली मौतों की तुलना में अमेरिका में 51 गुना ज्यादा मौतें होती हैं। एक अध्ययन के मुताबिक अमेरिका में हर साल बंदूक की गोली से 1300 से अधिक बच्चे मारे जाते हैं। अमेरिका में बंदूक रखने वाले दो-तिहाई लोगों का कहना है कि वे निजी सुरक्षा के लिए गन रखते हैं। अमेरिका में बंदूक से आत्महत्या के मामले अन्‍य विकसित देशों की तुलना में आठ गुना अधिक हैं।

मध्य-दक्षिण अमेरिका में सबसे ज्यादा मौतें

अमेरिका में बंदूक की गोली से मौत का आंकड़ा उसके दक्षिणी पड़ोसी देशों की तुलना में कम हैं। स्मॉल आर्म्स सर्वे के मुताबिक बंदूक की गोली से अल सल्वाडोर में सबसे अधिक लोगों की मौत होती है। वहां पर प्रति एक लाख की आबादी में 90 लोगों की मौत गोली लगने से होती है। इसमें अल सल्वाडोर के वे हिस्से शामिल नहीं हैं, जहां सक्रिय लड़ाई चल रही है। सन 2010 से सन 2015 के बीच होंडुरास में प्रति एक लाख की आबादी पर 67 लोगों की मौत गोली लगने से हुई।​

Created On :   5 Oct 2017 12:19 AM IST

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